पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमहंत रविन्द्र पुरी महाराज ने राजधानी दिल्ली से संचालित ट्रेन रामायण एक्सप्रेस में वेटरों की भगवा रंग की पोशाक पर कड़ी आपत्ति जताई है। उन्होंने कहा कि रामायण एक्सप्रेस की वायरल वीडियो में साधु भेष में वेटर यात्रियों को भोजन-पानी वितरित कर रहे हैं, जो संत महात्माओं की गरिमा के विपरीत है। उन्होंने रेल मंत्रालय से तत्काल इस पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है।
पत्रकारों से बातचीत में श्रीमहंत रविन्द्र पुरी महाराज ने कहा कि साधु संत भारतीय संस्कृति की पहचान है। भगवा चोला सनातनियों का पूजनीय है। सोशल मीडिया पर चल रही वीडियो में ट्रेन के अंदर भगवा रंग का चोला पहनकर यात्रियों को सामान वितरित कर रहे हैं। इससे संत समाज का इस तरह का उपहास बर्दाश्त नही किया जाएगा। वीडियो का संज्ञान लेते हुए श्रीमहंत रविंद्र पुरी ने कहा कि भारतीय धर्म, संस्कृति, परंपराओं के प्रतीक चिन्ह को इस तरह वेटर की भेष में प्रदर्शित करना भगवा परंपरा का अपमान है। उन्होंने कहा कि इस सम्बंध में रेल मंत्री पीयूष गोयल से वार्ता की जायेगी। तत्काल वेटरों की पोशाक की बदलवाया जाएगा। उन्होंने कहा कि किसी को भी भगवा परंपरा का अपमान नहीं करने दिया जायेगा।
दरअसल, धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए आईआरसीटीसी की ओर से रामायण यात्रा की योजना बनाई गई है। इसी कड़ी में रामायण सर्किट ट्रेन चलाई जा रही है। एक ट्रेन 7 नवंबर को शुरू की गई थी। वहीं दूसरी ट्रेन 12 दिसंबर से शुरू होगी जिसकी बुकिंग जारी है। जिसके तहत श्रद्धालुओं को भगवान राम से जुड़े 15 स्थलों के दर्शन कराये जाने हैं। इस दौरान ये विशेष ट्रेन करीब 7500 किलोमीटर की दूरी तय करेगी। हालांकि इन सबके बीच एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसे लेकर कई लोग सवाल उठा रहे हैं।
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