
पंच👊नामा
(मुनव्वर अली साबरी) पिरान कलियर: “नज़ारे मुस्कुरा कर रो रहे हैं,, तेरे मेहमान रुखसत हो रहे हैं… ये नज़ारा था साबिर पाक के उर्स से रुखसत होने वाले अकीदतमंदों का। दरअसल साबिर पाक के उर्स में दूर दराज से आए अकीदतमंदों ने उर्स समापन होने पर नम आंखों के साथ विदाई ली। सभी रसुमात सकुशल सम्पन्न होने पर अकीदतमंद अपने-अपने मकाम लौटे, उर्स की अंतिम हाजिरी के बाद साबरी मेहमान दरबार-ए-साबरी से ये कहकर रुखसत हुए कि “है दर पे खड़े आपके दे दी जिये इजाज़त,, रुखसत के तलबगार है मेहमान तुम्हारे…
सुफिईज्म का बड़ा मरकज़ दरगाह हज़रत सैय्यदना मखदूम अलाउद्दीन अली अहमद साबिर पाक के 754 वे सालाना उर्स की सभी रसुमात अदा होने के बाद जायरिनों ने नम आंखों के साथ दरबार-ए-साबरी से विदाई ली। देर रात महफिले समा का दौर चला, महफिले समा के अंतिम में रुखसती क़व्वाली पढ़ी गई बाद में ज़ायरीनों की सकुशल घर वापसी और अगले उर्स में फिर शामिल होने व देश की अमनो अमा की दुआ की गई।
तमाम सूफी व अक़ीदतमन्द एक दूसरे के गले मिल कर रोने लागे। साबिर पाक की बारगाह में बस यही बोल कर विदा हो गए कि “ज़िंदा रहे तो अगले साल फिर उर्स करेंगे साबिर पाक तुम्हारा,, गर मर गए तो ये आखरी सलाम है हमारा..
पाकिस्तानी जायरीनों ने भी साबरी आस्ताने से विदाई ली, अश्कबार आंखों के साथ पाक जत्था कड़ी सुरक्षा के बीच रुड़की रेलवे स्टेशन पहुँचा, जहा से वह लाहौरी एक्सप्रेस से पाक पहुँचेंगे।
सज्जादा नशीन शाह अली मंज़र ऐजाज़ साबरी ने हाथ उठा कर उर्स में शिरकत करने आये तमाम ज़ायरीन के सकुशल घर पहुंचने की दुआ कराई।

सज्जादानशीन शाह अली एजाज़ कुद्दुसी साबरी ने उर्स में आए तमाम खानकाही लोगों का उर्स में जायरीनों की खिदमत करने पर आभार जताया, इसके साथ ही उन्होंने व्यवस्थाएं दुरुस्त रखने वाले पुलिस-प्रशासन का भी आभार व्यक्त किया। इस मौके पर शाहबजादा शाह यावर मिया, सज्जादा नशीन प्रतिनिधि शाह सुहैल मिया, राजू फरीदी, खादिम मुनव्वर अली साबरी, साजिद इरशाद, गुलशाद सिद्दीकी, शफीक साबरी, सलीम साबरी, राशिद साबरी, हाफिज सूफी मेहराज, बाबर भाई, असद साबरी, नोमी मियां, शाह गाजी, शाह राज़ी, सहित काफी संख्या में अकीदतमंद मौजूद रहे।
—————————————-पाक जत्था रवाना….
साबिर पाक के आस्ताने से पाक जत्था कड़ी सुरक्षा के बीच पिरान कलियर से रुड़की रेलवे स्टेशन के लिए रवाना हुआ। इस दौरान अश्क़बार आंखों से पाक जायरिनों ने विदाई ली। सीओ रुड़की विवेक कुमार ने मौजूदा पुलिसफोर्स को ब्रीफ किया। उत्तराखंड रोड़वेज बसों से पाक जायरीनों को रुड़की रेलवे स्टेशन ले जाया गया।