“दरगाह पीरान कलियर में बेअदबी और बदअमनी! जायरीनों की हिफ़ाज़त पर सवाल..
सज्जादा परिवार के सदस्य असद साबरी ने जिलाधिकारी से की सख्त कार्रवाई की मांग..

पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: सूफी संत हज़रत अलाउद्दीन अली अहमद साबिर पाक की दरगाह पीरान कलियर, जहां हर साल मुल्क और गैर-ए-मुल्क से हजारों जायरीन अकीदत के साथ हाज़िरी देने आते हैं, आजकल कुछ शरपसंद अनासिर की हरकतों से मुतासिर हो रही है। दरगाह के मुकद्दस माहौल में शराबनोशी, बदतमीज़ी और ख़्वातीन जायरीन से बदसुलूकी के वाक़ियात आम होते जा रहे हैं। हालिया वाक़े ने जायरीन और मकामी अफ़राद को हिलाकर रख दिया है, जिसके बाद ज़िला इंतेज़ामिया से सख़्त कार्रवाई की गुज़ारिश की जा रही है।
दरअसल गुज़िश्ता 7 फरवरी को दरगाह के अहाते में 5-6 शरपसंद लोगों ने जायरीन ख़्वातीन के साथ नाज़ेबा हरकतें कीं। जब जायरीनों के अहले खाना ने इस पर एहतिजाज किया, तो इन अफराद ने उन पर हमला कर दिया।
इस वाक़े की वीडियोग्राफी भी मौजूद है जो सोशल मीडिया पर तेज़ी से वायरल हुई है। इससे पहले भी तक़रीबन दो माह पहले ऐसा ही एक वाक़े पेश आया था, जिसमें एक जायरीन के नौजवान का हाथ तक तोड़ दिया गया था।
दरगाह से जुड़े सज्जादा ख़ानदान के अफराद, असद साबरी ने ज़िलाधिकारी हरिद्वार को तहरीरी दरख्वास्त भेजकर फ़ौरी और सख़्त कार्रवाई की मांग की है। उनका कहना है कि अगर जल्द ही कोई ठोस इंतेजाम नहीं किया गया, तो किसी बड़े हादसे का ख़तरा पैदा हो सकता है।
उन्होंने दरगाह की पाकीज़गी को बरक़रार रखने और जायरीनों की हिफ़ाज़त यक़ीनी बनाने के लिए पुलिस निगरानी बढ़ाने, शरपसंद अनासिर की रोकथाम करने और सख़्त कार्रवाई करने का मुतालिबा किया है।
असद साबरी ने कहा कि दरगाह की हिफाज़त और मुक़द्दस माहौल को बरकरार रखना ज़िला इंतेज़ामिया और पुलिस की ज़िम्मेदारी है। इसलिए सख्त कदम उठाने की जरूरत है, ताकि दरगाह की पाकीज़गी और जायरीनों की हिफ़ाज़त पुख्ता हो सके।