
पंच👊नामा ब्यूरो
उत्तराखंड डेस्क: बिजली चोरी के मुकदमे में कार्रवाई का डर दिखाते हुए 4000 की रिश्वत ले रहे एक दारोगा को विजिलेंस ने रंगेहाथ धर लिया। मामला उधमसिंहनगर के केलाखेड़ा थाने का है।

हल्द्वानी विजिलेंस की टीम ने कार्रवाई की है। उपनिरीक्षक मोहन बोरा को 4000 की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। विजिलेंस की कार्रवाई से पुलिस में हड़कंप मचा हुआ है।

खबरों के मुताबिक, केलाखेड़ा निवासी एक व्यक्ति ने विजिलेंस को शिकायत की थी कि थाने में तैनात उप निरीक्षक मोहन बोरा बिजली चोरी के झूठे आरोप में मुकदमा दर्ज करने की एवज में चार हजार रुपए की मांग कर रहा है।

जिस पर विजिलेंस ने जाल बिछाया और उपनिरीक्षक मोहन बोरा को चार हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया है। इस मामले में एसएसपी डॉ मंजुनाथ टीसी ने कार्रवाई करते हुए उपनिरीक्षक मोहन बोरा को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।

ये था पूरा मामला……
शिकायतकर्ता ने बताया कि उसका अपने गांव गणेशपुर में मकान बन रहा है, जिसके लिये उसने अपने पड़ोसियों से लाईट ली हुई थी। बिजली विभाग के जेई ने बिजली चोरी करने का आरोप लगाते हुए उसके विरुद्ध थाना केलाखेड़ा में शिकायत दर्ज करायी।

आरोप है कि इस मामले में उपनिरीक्षक मोहन सिंह बोहरा उससे चार हजार की रिश्वत मांग रहा था। जबकि वह रिश्वत नहीं देना चाहता था, भ्रष्ट कर्मचारी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई चाहता था।