इंस्पेक्टर और दारोगाओं को “सुपर फास्ट” ट्रेन से किया रवाना, एएसआई की तबादला गाड़ी की किसने खींची चेन..?
18 जनवरी को जारी हुई थी गढ़वाल के 91 एएसआई की तबादला सूची, अभी तक एक भी एएसआई की आमद न रवानगी..

पंच👊नामा-ब्यूरो
देहरादून: लोकसभा चुनाव के मद्देनजर तबादले की जद में आए इंस्पेक्टर और दरोगाओं से तुरंत जिलों में अदला बदली कर ली गई।

लेकिन एएसआई की तबादला गाड़ी की मानो किसी ने चेन ही खींच ली। तबादला आदेश के 10 दिन बाद भी एक भी जिले से ना किसी एएसआई की रवानगी हुई और ना आमद। इसको लेकर न सिर्फ सवाल खड़े हो रहे हैं, बल्कि महकमे में चर्चाएं भी बनी हुई हैं।

अगले कुछ दिनों में लोकसभा चुनाव का शंखनाद होने वाला है। इसलिए पुलिस समेत सरकारी विभागों में तबादलों का दौर जारी है। पुलिस में पहले आईपीएस, फिर पीपीएस अधिकारियों की तबादला सूची जारी हुई।

इसके साथ ही गढ़वाल और कुमाऊं मंडल में इंस्पेक्टर, दारोगा और अपर उप निरीक्षकों के भी तबादले किए गए। गढ़वाल के अधिकांश जिलों से इंस्पेक्टर और दारोगाओं की रवानगी नई तैनाती के लिए कर दी गई।

मगर 18 जनवरी को जारी हुई 91 अपर उप निरीक्षकों की तबादला सूची पर अभी तक अमल नहीं कराया गया। 10 दिन बाद भी सभी अपर उप निरीक्षक देहरादून, हरिद्वार, उत्तरकाशी, पौड़ी आदि अपने-अपने पुराने जिलों में डटे हुए हैं।

इसको लेकर पूरे गढ़वाल के पुलिसकर्मियों में कानाफूसी चल रही है। पुलिसकर्मी समझ नहीं पा रहे हैं कि एएसआई की तबादला गाड़ी अभी तक पुराने स्टेशनों पर ही क्यों रुकी हुई है।