“कांवड़ मेले को लेकर जीआरपी हरिद्वार में अंतरराज्यीय समन्वय बैठक आयोजित, सुरक्षा और समन्वय पर बनी ठोस रणनीति..

पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: श्रावण कांवड़ मेला 2025 के सकुशल आयोजन और कांवड़ियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने को लेकर जीआरपी मुख्यालय हरिद्वार में सोमवार को एक उच्चस्तरीय इंटरस्टेट को-ऑर्डिनेशन मीटिंग का आयोजन किया गया। बैठक की अध्यक्षता पुलिस अधीक्षक रेलवेज उत्तराखण्ड तृप्ति भट्ट ने की। इस अवसर पर उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश और हरियाणा सहित रेलवे विभाग और जीआरपी के उच्च अधिकारियों ने भाग लिया।
बैठक में विभिन्न राज्यों और जनपदों के अधिकारियों ने मेला अवधि के दौरान रेलवे स्टेशनों, ट्रेनों, सीमावर्ती इलाकों और कांवड़ रूट पर सुरक्षा, निगरानी और भीड़ नियंत्रण जैसे अहम बिंदुओं पर आपसी समन्वय से काम करने का संकल्प लिया।
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प्रमुख निर्णय व रणनीतियाँ, रेलवे स्टेशनों का जोनल विभाजन….
कांवड़ मेला प्रभावित रेलवे स्टेशनों को 02 सुपर जोन, 03 जोन और 06 सेक्टरों में बांटा गया है। हर सेक्टर में ड्यूटी पॉइंट्स निर्धारित कर सुरक्षा बल तैनात किए जाएंगे।
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300+ CCTV कैमरों की निगरानी….हरिद्वार, ऋषिकेश और रुड़की रेलवे स्टेशनों सहित पूरे मेला क्षेत्र को 300 से अधिक सीसीटीवी कैमरों की निगरानी में रखा जाएगा।
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इंटरस्टेट को-ऑर्डिनेशन ग्रुप की स्थापना…..
पल-पल की जानकारी साझा करने और भीड़ के पूर्वानुमान हेतु एक विशेष ग्रुप का गठन किया गया है। यह ग्रुप सभी सुपर जोन, जोन और स्टेशन अधिकारियों से नियमित डेटा लेकर त्वरित निर्णय लेने में मदद करेगा।
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विशेष चेकिंग यूनिट्स…1:- बीडीएस, एंटी सबोटाज, डॉग स्क्वाड की चेकिंग रहेगी 24×7
2:- महिला पुलिसकर्मियों की नियुक्ति छेड़छाड़ जैसी घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए
3:- सादे कपड़ों में पुलिस कर्मियों की तैनाती मानव तस्करी की आशंका के मद्देनजर
4:- एएनटीएफ टीमों के साथ समन्वय बनाकर मादक पदार्थों की तस्करी पर पैनी नजर
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स्पेशल ट्रेनें और यातायात प्रबंधन…..मेला अवधि में भारी भीड़ को देखते हुए रेलवे विभाग विशेष ट्रेनों का संचालन करेगा।
साथ ही, ट्रैफिक पुलिस अधिकारियों के साथ तालमेल बनाकर रेलवे स्टेशनों की भीड़ को सुचारू रूप से नियंत्रित किया जाएगा।
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अपराध नियंत्रण पर विशेष जोर…..
पिछले 5 वर्षों के सभी अपराधियों का डाटा साझा कर हर क्षेत्र में गहन सत्यापन अभियान चलाने के निर्देश दिए गए।
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कांवड़ मेला ड्यूटी में लगने वाला पुलिस बल…..1:- 200+ अधिकारी/कर्मचारी जीआरपी उत्तराखण्ड से
2:- आईआरबी द्वितीय की प्लाटून व आरपीएफ एस्कॉर्ट ड्यूटी
3:- एटीएस और एटीसी से कई टीमें
4:- विभिन्न सेक्टरों व स्टेशनों पर नियुक्त पुलिस अधिकारीगण
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अंतरराज्यीय समन्वय बैठक में शामिल अधिकारीगण
1:- जितेन्द्र मेहरा (एसपी ट्रैफिक, हरिद्वार)
2:- उत्कर्ष नारायण (मण्डल सुरक्षा आयुक्त, मुरादाबाद)
3:- श्वेता ओझा (पुलिस उपाधीक्षक, रेलवेज सहारनपुर)
4:- राजेश कुमार (पुलिस उपाधीक्षक, जीआरपी फरीदाबाद)
5:- पंकज यादव, बिजेन्द्र रावत, सरोज कुमार (RPF देहरादून, हरिद्वार, ऋषिकेश)
(कुल 20+ अधिकारी)
जीआरपी उत्तराखण्ड से….1:- तृप्ति भट्ट (पुलिस अधीक्षक, रेलवेज उत्तराखण्ड)
2:- अरूणा भारती (अपर पुलिस अधीक्षक)
3:- स्वप्निल मुयाल (पुलिस उपाधीक्षक)
4:- अशोक कुमार, अनुज सिंह, संजय शर्मा, नरेश कोहली सहित
(15+ अधिकारी/थानाध्यक्ष/प्रभारी निरीक्षक)