होटल कारोबारी के सुसाइड नोट में आईपीएस का नाम: एडीजी ने दिल्ली क्राइम ब्रांच को भेजी चिट्ठी..
कौन आईपीएस अधिकारी पैसा वापस लेने का बना रहा था दबाव, चर्चाओं का दौर जारी, विभागीय जांच शुरू करने की तैयारी..
पंच👊नामा-ब्यूरो
देहरादून: होटल कारोबारी की आत्महत्या के मामले में उत्तराखंड के आईपीएस का नाम आने से अफसरशाही में हड़कंप मचा है। प्रदेश के पुलिस महकमे के अलावा अन्य विभागों और आम जनता में भी इस बात को लेकर कयासों का दौर जारी है कि आखिरकार वह आईपीएस अधिकारी कौन है, जिसका जिक्र दिल्ली के होटल कारोबारी ने अपने सुसाइड नोट में किया है।
इस बीच प्रदेश के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर व पुलिस महकमे के प्रवक्ता वी मुरुगेशन ने दिल्ली क्राइम ब्रांच को पत्र भेजा है। जिसमें इस प्रकरण की गहराई से जांच करने का आग्रह किया गया है, ताकि पूरा सच सबके सामने आ सके। वही चर्चाएं हैं कि संबंधित आईपीएस अधिकारी की उत्तराखंड में भी विभागीय जांच जल्द शुरू करने की तैयारी है।
बीते 22 नवंबर को दिल्ली में राष्ट्रमंडल खेल गांव के सामने एक मकान में होटल मालिक अमित जैन ने आत्महत्या कर ली थी। बताया जा रहा है कि आत्महत्या से पहले उन्होंने एक सुसाइड नोट भी छोड़ा था। इसमें पार्टनरशिप के विवाद का जिक्र था। लिखा था कि इस होटल में उत्तराखंड के आईपीएस का हिस्सा है। वह अपने हिस्से की रकम मांग रहे हैं।
दिल्ली पुलिस ने जांच के लिए सुसाइड नोट सील कर दिया था। अब उत्तराखंड कैडर के इस अधिकारी की चर्चा सरकारी महकमे से लेकर शासन तक में आम हो गई हैं। लोग अपने-अपने हिसाब से आईपीएस अधिकारियों के नामों की चर्चा करने लगे हैं। कोई किसी पुराने विवाद से जोड़कर नाम बता रहा है तो कुछ अलग-अलग गुटों का नाम बता रहे हैं। ऐसा पता चला है कि आत्महत्या करने वाले होटल कारोबारी अमित जैन ने वर्ष 2018-19 में कौशांबी में पंच सितारा होटल बनाया था। इसके तत्काल बाद कोरोना महामारी का प्रकोप शुरू होने के बाद यह होटल नहीं चल पाया। आरोप है कि इस होटल में उत्तराखंड पुलिस के एक अफसर का पैसा भी लगाया। वे होटल व्यवसायी से अपने हिस्से की रकम मांग रहे थे। सोशल मीडिया में यह खबर वायरल होने के बाद पुलिस मुख्यालय ने इसे गंभीरता से लिया है। अपर पुलिस महानिदेशक (अपराध व कानून व्यवस्था) वी मुरुमेशन ने दिल्ली क्राइम स्पेशल कमिश्नर रविंद्र सिंह यादव को इस बाबत पत्र भेजा है। उन्होंने पत्र में कहा कि सोशल मीडिया में आत्महत्या के लिए दबाव बनाने पर उत्तराखंड के एक वरिष्ठ आईपीएस अफसर का नाम चर्चाओं में आ रहा है।
उन्होंने कहा कि प्रकरण गंभीर है, जिसमें उत्तराखंड के किसी वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी पर आरोप लगाए गए हैं। उन्होंने इस मामले की गहराई से जांच कराने का आग्रह किया, ताकि जनता के समक्ष सही तथ्य आ सके। इस प्रकरण के अब मीडिया में सुर्खियां बनने के बाद सचिवालय से लेकर पुलिस मुख्यालय के अफसरों में कई तरह की सुगबुगाहटें चल रही हैं। वहीं, सूत्र बता रहे हैं कि इस मामले में देहरादून से दिल्ली तक हो रही छीछालेदर को देखते हुए अब संबंधित आईपीएस अधिकारी के खिलाफ विभागीय जांच शुरू करने की तैयारी भी चल रही है।