
पंच👊नामा
पिरान कलियर: ख़ानक़ाह चिश्तिया साबरिया मंसूरिया में जश्न-ए-मौला अली बड़ी शानो शौकत के साथ मनाया गया। जिसमे लंगर ख्वानी और महफ़िल-ए-समा का आयोजन हुआ। कार्यक्रम में कव्वालों ने मौला अली की शान में कलाम पेश कर अकीदतमंदों को झूमने पर मजबूर कर दिया। देर रात दुआएं खैर के साथ कार्यक्रम संपन्न हुआ।
आस्था की नगरी पिरान कलियर में ख़ानक़ाह चिश्तिया साबरिया मंसूरिया के गद्दीनशीन अज़ीम साबरी ने जश्न-ए-मौला अली का आयोजन किया।
जिसकी सरपरस्ती हाफिज सैय्यद मेहराज सज्जादानशीन दरगाह हुजूर शमसुद्दीन शाह विलायत पानीपत व हाफिज वहीद ज्वालापुर ने की। बाद नमाज़े मग़रिब लंगर-ए-आम का हतेमाम किया गया, जिसके बाद मौला अली की शान में महफ़िल सजाई गई।
महफ़िल-ए-कव्वालियों में मशहूर कव्वाल गुलाम फरीद ने जब मौला अली की शान में कलाम पेश किए तो अकीदतमंद झूम उठे। उन्होंने पढा शाहे मर्दाने अली, शेरे यजदा ने अली, हक अली, अली अली मौला अली अली, इसके साथ ही अन्य कव्वालों ने भी सूफियाना कलाम पेश कर अपनी हाजिरी लगाई।
इस मौके पर शाहनवाज मंसूरी, सभासद गुलशाद सिद्दीकी, सूफी राशिद अली साबरी, हाजी शादाब कुरैशी, प्रवेज़ आलम, खादिम इस्तेखार साबरी, खादिम वकार साबरी, एड. नईम सिद्दीकी, जानू साबरी, साजिद साबरी, राव अमन, चांद मंसूरी, इरशाद मंसूरी, कल्लू त्यागी, सलीम पीर जी, मुस्तफा त्यागी, बाबू साबरी आदि शामिल रहे।