“जावेद अंसारी ने महासचिव पद छोड़ा, सौंपा स्तीफा: कलियर प्रेस क्लब की सक्रियता और भविष्य पर छाया संशय..

पंचनामा
रुड़की: पिरान कलियर से जुड़ी मीडिया बिरादरी के लिए एक अहम खबर सामने आई है। कुछ वर्ष पूर्व गठित कलियर प्रेस क्लब, जो स्थानीय पत्रकारों के एकजुट मंच के रूप में सक्रिय था, अब एक नई स्थिति से गुजर रहा है। क्लब के महासचिव जावेद अंसारी ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है, जिससे संगठन की भविष्य की गतिविधियों को लेकर सवाल उठने लगे हैं।जावेद अंसारी का क्लब के साथ जुड़ाव शुरुआत से ही रहा है। उन्होंने अपने कार्यकाल में न सिर्फ क्लब को एक संगठित स्वरूप प्रदान किया, बल्कि मीडिया की स्वतंत्रता, पत्रकार सुरक्षा, और सामाजिक सरोकारों को लेकर भी कई उल्लेखनीय पहल की। जनजागरूकता अभियानों और संवाद कार्यक्रमों के माध्यम से उन्होंने क्लब को क्षेत्र में एक पहचान दिलाई।
हालांकि अंसारी द्वारा दिए गए इस्तीफे का कोई आधिकारिक कारण सार्वजनिक नहीं हुआ है, लेकिन क्लब से जुड़े सूत्रों का कहना है कि पिछले कुछ समय से संगठन में कार्यशैली को लेकर असंतोष था। फैसलों में पारदर्शिता की कमी और संवाद की कमी जैसे मुद्दों को लेकर कुछ सदस्यों ने भी अपनी नाराजगी जाहिर की थी। महासचिव के इस्तीफे के बाद क्लब के कई अन्य वरिष्ठ सदस्य भी इस्तीफे की कगार पर हैं। यदि यह सिलसिला यूं ही चलता रहा तो क्लब का अस्तित्व ही खतरे में पड़ सकता है।
पूर्व महासचिव जावेद अंसारी ने अपने इस्तीफे के बाद एक स्पष्ट और संयमित बयान जारी करते हुए कहा कि “मैंने स्वेच्छा से कलियर प्रेस क्लब के महासचिव पद से इस्तीफा दे दिया है और अब मेरा इस संगठन से कोई संबंध नहीं रह गया है। मैं यह स्पष्ट करना चाहता हूँ कि भविष्य में क्लब से जुड़ा कोई भी निर्णय, गतिविधि या विवाद मेरी निजी या पेशेवर जिम्मेदारी नहीं होगी।
मैं अब किसी भी रूप में उसका हिस्सा नहीं हूँ। जो भी लोग क्लब की जिम्मेदारियों को आगे निभा रहे हैं, वही इसके उत्तरदायी होंगे। “उन्होंने यह भी कहा कि पत्रकारिता उनके लिए एक जिम्मेदारी है, और वे आगे भी स्वतंत्र रूप से समाजिक सरोकारों से जुड़े मुद्दों पर काम करते रहेंगे।