रुड़की विधायक प्रदीप बत्रा के दुर्व्यवहार पर पत्रकारों का फूटा गुस्सा, बहादराबाद में पुतला दहन..

पंच👊नामा
बहादराबाद: लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर दबाव बनाने की कोशिश करने वाले रुड़की विधायक प्रदीप बत्रा के खिलाफ पत्रकारों का आक्रोश चरम पर पहुंच गया है। नगर निगम बोर्ड बैठक के दौरान पत्रकारों के साथ धक्का-मुक्की और कवरेज से रोकने की घटना के विरोध में आज बहादराबाद प्रेस क्लब के पत्रकारों ने काली मंदिर तिराहे पर विधायक प्रदीप बत्रा का पुतला जलाकर जोरदार नारेबाजी की।प्रेस क्लब बहादराबाद के अध्यक्ष सनत शर्मा ने कहा कि यदि विधायक प्रदीप बत्रा अपने दुर्व्यवहार के लिए पत्रकारों से सार्वजनिक माफी नहीं मांगते हैं, तो यह विरोध प्रदर्शन एक बड़े आंदोलन का रूप ले सकता है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र के प्रहरी पत्रकारों के साथ इस तरह का व्यवहार किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
सनत शर्मा ने साफ शब्दों में कहा, “विधायक को अपने किए का प्रायश्चित करना होगा। यदि वह सार्वजनिक रूप से माफी नहीं मांगते, तो पत्रकार उनके खिलाफ राज्यव्यापी आंदोलन छेड़ने को मजबूर होंगे।
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विरोध प्रदर्शन में पत्रकारों और किसान संगठनों की भागीदारी…..इस विरोध प्रदर्शन में प्रेस क्लब बहादराबाद के कई पत्रकारों ने भाग लिया, जिनमें हनी कथूरिया, हितेश चौहान, मितरपाल, संजय लांबा, डॉ. अर्जुन नागयान, प्रमेन्द्र नारायण, महिपाल शर्मा, सुनील चौहान, सलीम खान, सुखदेव निर्भय, भारत भूषण चंदेला, संदीप कुमार सहित अन्य पत्रकार शामिल रहे।
इसके अलावा किसान संगठनों ने भी पत्रकारों के समर्थन में अपनी आवाज बुलंद की। भारतीय किसान यूनियन के दाताराम, पवन चौहान, सुखबीर चौहान, प्रियव्रत आदि भी इस विरोध प्रदर्शन में मौजूद रहे।
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मुद्दा केवल पत्रकारों का नहीं, बल्कि लोकतंत्र का है….विरोध कर रहे पत्रकारों ने कहा कि यह लड़ाई सिर्फ पत्रकारों की नहीं, बल्कि लोकतंत्र की स्वतंत्रता की लड़ाई है। अगर जनप्रतिनिधि ही प्रेस की स्वतंत्रता को दबाने लगेंगे, तो यह लोकतंत्र के लिए बड़ा खतरा होगा। पत्रकारों का कहना है कि अगर विधायक प्रदीप बत्रा ने जल्द ही इस मामले पर अपनी गलती स्वीकार कर पत्रकारों से माफी नहीं मांगी, तो यह विरोध प्रदर्शन रुड़की से लेकर पूरे उत्तराखंड तक फैल सकता है।