कांवड़ मेला 2025: पहले दिन से सड़क पर रहे कप्तान, बेहतर प्लानिंग और टीम वर्क ने शहर को दिलाई राहत..
पुलिस कप्तान प्रमेन्द्र डोबाल की अगुवाई में सकुशल सम्पन्न हुआ दूसरा कांवड़ मेला, विधायक उमेश ने बताया ‘कैप्टन कूल’..

पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: लगभग 5 करोड़ शिव भक्तों के आगमन और रवानगी के साथ डाक कांवड़ यात्रा सकुशल संपन्न हो गई। हरिद्वार में न तो शिव भक्तों को कोई अव्यवस्था हुई और न ही स्थानीय लोगों को परेशानी उठानी पड़ी। इसका श्रेय जाता है वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रमेन्द्र डोबाल की लीडरशिप को, जिनकी रणनीति के तहत जिले के हर अधिकारी ने अपने-अपने मोर्चे पर सख्ती और सजगता से ड्यूटी निभाई।
मेले में जिलाधिकारी मयूर दीक्षित और पुलिस कप्तान प्रमेन्द्र डोबाल के बीच जबरदस्त बॉन्डिंग ने पुलिस प्रशासन और सभी विभागों में बेहतर तालमेल बनाने में अहम भूमिका निभाई।
खास बात यह है कि पुलिस ने जो प्लानिंग तैयार की, धरातल पर उसका क्रियान्वयन भी कराया। पुलिस की इस रणनीतिक दक्षता की सराहना आमजन ही नहीं, जनप्रतिनिधियों ने भी की।
खानपुर विधायक उमेश कुमार ने सोशल मीडिया पर डोबाल को “कैप्टन कूल” की संज्ञा दी और लिखा कि उनकी कार्यशैली से पुलिस की छवि बदली है।
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कप्तान से जवान तक सड़क पर…..विशाल आयोजन में एसएसपी प्रमेन्द्र डोबाल की लीडरशिप में सभी राजपत्रित अधिकारियों एसपी क्राइम व यातायात जितेंद्र मेहरा, एसपी सिटी पंकज गैरोला,
एएसपी सदर जितेंद्र चौधरी, एसपी देहात शेखर सुयाल, सीओ सिटी शिशुपाल सिंह नेगी, सीओ ज्वालापुर अविनाश वर्मा, सीओ यातायात संजय बलूनी, सीओ लक्सर नताशा सिंह, सीओ रुड़की नरेंद्र पंत,
सीओ मंगलौर विवेक कुमार से लेकर शहर कोतवाल रितेश शाह, ज्वालापुर कोतवाली प्रभारी अमरजीत सिंह, इंस्पेक्टर कनखल चंद्र मोहन सिंह, रानीपुर कोतवाल कमल मोहन भंडारी,
इंस्पेक्टर सिडकुल मनोहर सिंह भंडारी, इंस्पेक्टर बहादराबाद नरेश राठौड़, श्यामपुर थाना प्रभारी नितेश शर्मा, पथरी थानाध्यक्ष मनोज नौटियाल,
पिरान कलियर थाना प्रभारी रविंद्र कुमार, गंगनहर कोतवाल आर.के. सकलानी, इंस्पेक्टर भगवानपुर सूर्यभूषण नेगी,
इंस्पेक्टर बुग्गावाला भगवान मेहर, झबरेड़ा इंस्पेक्टर अजय सिंह, मंगलौर कोतवाल शांति गंगवार, इंस्पेक्टर खानपुर रविंद्र शाह, लक्सर कोतवाल राजीव रौथाण, रुड़की सिविल लाइंस कोतवाल मणि भूषण श्रीवास्तव तक की टीमें अलग-अलग मोर्चों पर लगातार मुस्तैद रहीं।
वहीं जिले और बाहर से आए एएसपी रेणु लोहनी, एएसपी जोधराम जोशी, एएसपी स्वतंत्र कुमार, एएसपी सुरजीत पंवार, एएसपी मनोज कत्याल जैसे अधिकारियों व उनके पुलिस बल के आपसी समन्वय ने मेला सकुशल सम्पन्न कराने में निर्णायक भूमिका निभाई।
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कप्तान और एसपी सिटी का अनुभव आया काम…..अनगिनत कावड़ मेले संपन्न करा चुके कप्तान प्रमेन्द्र डोबाल और एसपी सिटी पंकज गैरोला का पुराना अनुभव मेले में काम आया। कप्तान के निर्देश पर महीनों पहले ही एसपी सिटी पंकज गैरोला ने स्थानीय संस्थाओं के प्रतिनिधियों से बैठक कर सुझाव लिए और एक फुलप्रूफ प्लान तैयार किया।
यह प्लान इस सोच पर आधारित था कि श्रद्धालुओं की आस्था बनी रहे, लेकिन स्थानीय नागरिकों को कष्ट भी न हो। संवेदनशील मार्गों की पहचान कर वहां विशेष तैनाती और बैरिकेडिंग की योजना बनाई, जिसे पूरे फोर्स ने बखूबी लागू किया।
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कहीं जाम नहीं, कहीं विवाद नहीं……हाइवे से लेकर शहर की गालियों तक प्रशासन की मौजूदगी दिखी। पुलिस ने कांवड़ियों को निर्धारित मार्गों तक सीमित रखा। कॉलोनियों में न घुसने देने का प्लान सफल रहा।
हाइवे पर डाक कांवड़ की रफ्तार नियंत्रित रही और शहरवासियों की दिनचर्या बाधित नहीं हुई। यह सब एक सुविचारित प्लानिंग और क्रियान्वयन का नतीजा था।
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कर्तव्यनिष्ठा की मिसाल बने हितेश…..सीपीयू प्रभारी निरीक्षक हितेश कुमार की माता का निधन मेला शुरू होने से दो दिन पहले हुआ, लेकिन उन्होंने छुट्टी नहीं ली और अपनी ड्यूटी पूरी निष्ठा से निभाई। यह समर्पण भी मेला ड्यूटी की भावना का परिचायक रहा।
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स्थानीय संस्थाओं ने जताया आभार….अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्रीमहंत रविन्द्र पुरी महाराज से लेकर व्यापार मंडलों, सामाजिक संगठनों और कॉलोनीवासियों ने पहली बार इतने व्यवस्थित कांवड़ संचालन पर पुलिस प्रशासन का आभार जताया। कई जगह बकायदा ज्ञापन और सम्मान-पत्र दिए गए।