हरिद्वार

कांवड़ मेला 2025: हर की पैड़ी पर डीजीपी ने मां गंगा से लिया आशीर्वाद, व्यवस्थाओं को लेकर प्रशासन और पुलिस रहे मुस्तैद..

एसएसपी प्रमेन्द्र डोबाल ने संभाला नेतृत्व, जिलाधिकारी ने दिए ज़मीनी निर्देश..

पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: बड़ी धार्मिक यात्राओं में शुमार कांवड़ मेले को सफल, सुरक्षित और शांतिपूर्ण रूप देने के लिए उत्तराखंड प्रशासन और पुलिस ने मोर्चा संभाल लिया है। शुक्रवार को प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) दीपम सेठ स्वयं हरिद्वार पहुंचे और हर की पैड़ी पर मां गंगा की विधिवत पूजा-अर्चना की। इस दौरान उन्होंने मेले के सकुशल और निर्विघ्न संचालन के लिए मां गंगा से आशीर्वाद मांगा।गंगा पूजन कार्यक्रम के दौरान डीजीपी के साथ आईजी कानून-व्यवस्था नीलेश आनंद भरणे, एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल, जिलाधिकारी मयूर दीक्षित समेत कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। पूजा के पश्चात् डीजीपी ने मीडियाकर्मियों से बातचीत में कहा कि कांवड़ मेला करोड़ों श्रद्धालुओं की आस्था से जुड़ा है और उनकी सुरक्षा व सुविधा राज्य की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने यह भी जोड़ा कि पुलिस एवं प्रशासन हर स्तर पर सतर्क है और निगरानी के लिए अत्याधुनिक तकनीकों का भी इस्तेमाल किया जा रहा है।
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सुरक्षा पर विशेष ध्यान, ड्रोन और सीसीटीवी से निगरानी…..वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रमेन्द्र सिंह डोबाल ने मेले की व्यवस्थाओं को लेकर स्पष्ट किया कि पूरे मेला क्षेत्र को जोन और सेक्टरों में बांटकर सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद की गई है। उन्होंने बताया कि हर की पैड़ी जैसे अति संवेदनशील क्षेत्र में विशेष पुलिस बल तैनात है। ड्रोन कैमरों, सीसीटीवी और इंटेलिजेंस यूनिट्स की मदद से पल-पल की गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है।एसएसपी ने कहा, “श्रद्धालुओं की आस्था का सम्मान हमारे कर्तव्यों में शामिल है, लेकिन अनुशासन से कोई समझौता नहीं होगा। किसी भी प्रकार की अव्यवस्था या उपद्रव को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।”
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जिलाधिकारी ने व्यवस्थाओं की जमीनी हकीकत जानी….हरिद्वार के जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने शुक्रवार को वैरागी कैंप में बने अस्थायी पार्किंग स्थलों, कंट्रोल रूम (CCR), और हर की पैड़ी क्षेत्र का स्थलीय निरीक्षण किया। उन्होंने सभी संबंधित विभागों को निर्देश दिए कि श्रद्धालुओं को कोई असुविधा न हो, इसके लिए सेवा व्यवस्था में कोई भी लापरवाही न बरती जाए।उन्होंने जल निगम और जल संस्थान को पेयजल आपूर्ति की सुचारू व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा, वहीं नगर निगम को सफाई व्यवस्था को दिन-रात सक्रिय रखने के निर्देश दिए। विद्युत विभाग को बिजली आपूर्ति में कोई बाधा न आने देने और ट्रांसफार्मरों के पास पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था रखने को कहा गया।

जिलाधिकारी ने स्पष्ट रूप से कहा कि “किसी भी खामी को न छुपाया जाए, बल्कि तुरंत प्रभाव से दुरुस्त किया जाए। श्रद्धालुओं को व्यवस्थित और सुरक्षित अनुभव देना ही हम सबकी प्राथमिक जिम्मेदारी है।”
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सभी विभागों को दिए गए सख्त निर्देश….निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने अतिक्रमण न होने देने, सफाई के प्रति जागरूकता फैलाने और कांवड़ियों को नियमों के पालन के लिए प्रेरित करने की बात कही। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे मौके पर मौजूद रहकर कार्यों की स्वयं निगरानी करें और किसी भी प्रकार की समस्या या लापरवाही की सूचना उच्च अधिकारियों को तुरंत दें।निरीक्षण में नगर आयुक्त नंदन कुमार, सिटी मजिस्ट्रेट कुशम चौहान, हरिद्वार-रुड़की विकास प्राधिकरण (एचआरडीए) के सचिव मनीष सिंह, उप जिलाधिकारी जितेन्द्र कुमार, सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता ओम जी गुप्ता समेत कई अन्य अधिकारी मौजूद रहे।

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