
पंच👊नामा-ब्यूरो
विकास कुमार, हरिद्वार: मध्य हरिद्वार के गंगा घाट से मुस्लिम परिवार को भगाने वाला आरोपी शिवालिकनगर पालिका का संविदा कर्मचारी निकला। वहीं, सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने और इलैक्ट्रॉनिक चैनल की सुर्खियां बनने से यह मामला तूल पकड़ गया।

फेसबुक, टविटर आदि प्लेटफॉर्म पर कार्रवाई की मांग उठने पर एसएसपी अजय सिंह के निर्देश पर हरकत में आई पुलिस ने आरोपी को ढूंढ निकाला। लेकिन पीड़ित परिवार का अभी तक कुछ पता नहीं चल पाया है। फिलहाल पुलिस ने आरोपी को जमकर फटकार लगाई और उसकी काउंसलिंग की। इसके बाद चेतावनी देकर परिजनों के सुपुर्द कर दिया।

गर्मियों के दिनों में राहत पाने के लिए स्थानीय लोग खासतौर पर शाम के समय गंगा घाटों पर पहुंचते हैं। तीन चार दिन पहले एक मुस्लिम परिवार मध्य हरिद्वार के अग्रसैन घाट पर बैठा हुआ था। परिवार में दो पुरुष, एक महिला व बच्चे शामिल थे। तभी एक युवक वहां पहुंचा और उनके साथ अभद्रता करते हुए घाट से जाने के लिए कहा।

युवक का कहना था कि गंगा घाट आपके लिए नहीं है। परिवार ने उसे समझाने का प्रयास भी किया, लेकिन युवक नहीं माना और उन्हें घाट से जाने के लिए बोलता रहा। साथ ही दोबारा घाट पर न आने की चेतावनी भी देने लगा। उसी दौरान किसी ने घटना का वीडियो बना लिया।

यह वीडियो कई दिनों से लोकल व्हाटसएप ग्रुपों पर घूम रहा था। लेकिन देश भर में वीडियो वायरल होने पर मामला तूल पकड़ गया। ज्वालापुर और कनखल थाने की पुलिस ने वीडियो के आधार पर पड़ताल की तो आरोपी युवक ज्वालापुर गोल गुरुद्वारा क्षेत्र का निवासी निकला।

पूछताछ में पता चला कि वह शिवालिकनगर पालिका में संविदाकर्मी है। पुलिस ने युवक को जमकर फटकार लगाई। दोबारा ऐसी हरकत करने पर मुकदमा दर्ज करने की चेतावनी भी दी। एसएसपी अजय सिंह का कहना है कि माहौल बिगाड़ने और कानून हाथ में लेने की इजाजत किसी को नहीं है। ऐसे लोग कोई भी हों, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
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“केवल हरकी पैड़ी पर है रोक……

हरिद्वार में गैर हिंदू का आना जाना रोक केवल हरकी पैड़ी पर प्रतिबंधित है। इसके अलावा किसी भी गंगा घाट या किसी सार्वजनिक जगह के लिए ऐसी कोई व्यवस्था या आदेश नहीं है, जिसमें कि किसी गैर हिंदू के आने-जाने पर प्रतिबंध हो। हरकी पैड़ी के अलावा लगभग सभी गंगा घाटों पर सभी धर्मों के लोग हमेशा से आते-जाते रहे हैं। खासतौर पर मिश्रित आबादी वाले ज्वालापुर में गंगनहर घाटों पर मुस्लिम भी स्नान करते हैं। पहले कभी ऐसी घटना किसी भी गंगा घाट पर सामने नहीं आई है।