भ्रष्टाचार में फंसे किशनचंद को “माया मिली ना राम, भाजपा सरकार ने कसा शिकंजा, अखाड़े ने झाड़ा पल्ला..
पूर्व विधायक ने किशनचंद से किया किनारा, अखाड़े से दिखाया बाहर का रास्ता, पूर्व डीएफओ किशनचंद को शिद्दत से ढूंढ रही विजिलेंस..
पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: भ्रष्टाचार में फंसे पूर्व डीएफओ किशनचंद की गिरफ्तारी की तलवार लटकने के बीच अब पूर्व विधायक सुरेश राठौर ने भी हाथ खींच लिए हैं। राठौर ने किशनचंद को अपने रविदास अखाड़ा महामंत्री के पद से हटा दिया है।
चुनाव के दौरान किशन चंद की पत्नी व पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष बृजरानी ने सासंद रमेश पोखरियाल निशंक की मौजूदगी में भाजपा जॉइन की थी।
वहीं, पिछले महीने पूर्व विधायक सुरेश राठौर ने किशनचंद को अपने रविदास अखाड़े का महामंत्री बनाया था जिसके बाद किशनचंद ने मीडिया को बयान दिया था कि उनका अखाड़ा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और संघ प्रमुख मोहन भागवत के निर्देश पर बनाए गए हैं।
इसके बाद से चर्चाएं बनी हुई थी कि पत्नी के भाजपा में जाने और किशन चंद के खुद सत्ताधारी पार्टी के पूर्व विधायक सुरेश राठौर के रविदास अखाड़े में शामिल होने के पीछे असल मकसद विजिलेंस से जान बचाना था। लेकिन किशन चंद की यह कवायद कामयाब नहीं हुई। विजिलेंस की टीम लगातार किशन चंद की गिरफ्तारी के लिए दबिश डाल रही है। वहीं कुर्की की तैयारी भी लगभग कर ली गई है। इस बीच पूर्व विधायक ने भी किशन चंद से पिंड छुड़ाना ठीक समझा। इस सम्बंध में एक पत्र जारी कर स्थिति स्पष्ट की गई है।