पंच👊नामा-ब्यूरो
देहरादून: बेटे की गाड़ी रोकने पर देहरादून के डालनवाला थाने पहुंचकर पुलिसकर्मियों से उलझना खानपुर के पूर्व विधायक कुंवर प्रणव सिंह को भारी पड़ गया।
भाजपा के पूर्व विधायक कुंवर प्रणव ने मांग उठाई थी कि कोतवाल को सस्पेंड कर उच्च स्तरीय जांच कराई जाए, लेकिन कोतवाल एनके भट्ट की तहरीर पर उल्टा प्रणव सिंह के खिलाफ की मुकदमा दर्ज हो गया। सत्ताधारी पार्टी के पूर्व विधायक प्रणव सिंह के पुलिसकर्मियों से उलझने और उल्टा मुकदमा दर्ज होने के कई राजनीतिक मायने भी निकाले जा रहे हैं।
कुंवर प्रणव सिंह के बेटे की कार रोकने पर उनका पुलिसकर्मी से विवाद हो गया था जिसके बाद रात में ही कुंवर प्रणव सिंह डालनवाला कोतवाली पहुंचे और सबसे पहले तो खुद के एल्कोमीटर से जांच की मांग की और फिर कोतवाल एनके भट्ट पर नशे में होने का आरोप लगाया था।
कुंवर प्रणव सिंह और उनके बेटे का आरोप था कि कोतवाल ने अभद्रता की है और गनर के बीच-बचाव कराने पर कोतवाल में गनर को भी डांट लगाई। कई आरोप लगाते हुए आला अधिकारियों से कोतवाल को सस्पेंड करने की मांग की थी।
इस मामले के कई अलग-अलग वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। लेकिन इस हाईवोल्टेज ड्रामे के बाद उल्टा प्रणव सिंह के खिलाफ एफआईआर दर्ज हो गई। खास बात यह है कि मुकदमा भी कोतवाल एनके भट्ट की तहरीर पर दर्ज हुआ है।
जिसमें आरोप लगाया गया है कि पूर्व विधायक कुंवर प्रणव सिंह ने सरकारी कार्य में बाधा डालते हुए ऑन ड्यूटी पुलिसकर्मियों से अभद्रता और धमकी दी है। यह मामला पुलिस विभाग और राजनीतिक हलकों में चर्चा का विषय बना हुआ है।
—————————————-
इन धाराओं में हुई एफआईआर….
सरकारी कार्य में नियुक्त कार्मिक पर हमला करना धारा 353
सरकारी कार्य में बाधा डालने पर धारा 186 धमकी देने पर धारा 506