जोशीमठ में धंस रही जमीन, 580 घरों में दरारें, लोगों में दहशत, ग्राउंड जीरो पर पहुंचे सीएम धामी, लगाया मरहम..
किराए के मकान के लिए चार हजार रुपये हर महीना देगी सरकार, राहुल गांधी ने किया ट्वीट, शंकराचार्य ने खटखटाया सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा..
पंच👊नामा-ब्यूरो
उत्तराखंड डेस्क: हाड़ कंपा देने वाली ठंड के बीच देवभूमि भूमि उत्तराखंड में एक नई प्राकृतिक आपदा ने दस्तक देकर दहशत फैला दी है। जोशीमठ में अचानक ही से जमीन धंसने का सिलसिला शुरू हो गया है।
लगभग 580 घर भू धंसाव की चपेट में आ गए हैं। सिंहधार क्षेत्र में भगवती मां का मंदिर भी क्षतिग्रस्त हो गया। लगातार जमीन धंसने और घरों में दरार आने से लोगों में दहशत है। अनहोनी से बचने के लिए बड़ी संख्या में लोग घरों से बाहर रहने को मजबूर हैं। बिगड़ते हालात को देखते हुए प्रशासन ने एनडीआरएफ की तैनाती की मांग की है। इस बीच मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने खुद जोशीमठ पहुंचकर राहत और बचाव कार्य की कमान संभाल ली। मुख्यमंत्री ने ग्राउंड जीरो पर पहुंचकर भू धंसाव का जायजा लेते हुए क्षेत्रवासियों से बातचीत की और उनका दर्द बांटते हुए हर संभव मदद का भरोसा दिलाया। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों के साथ बैठक करते हुए क्षेत्रवासियों को सुरक्षित जगहों पर विस्थापित करने और सरकार की ओर से 6 महीने तक उन्हें किराए के मकान में रहने के लिए चार हजार रुपये प्रति माह हर परिवार को देने के निर्देश भी दिए।
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पीड़ितों की मदद करें कांग्रेस कार्यकर्ता…..
इस मामले को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी ट्वीट करते हुए चिंता जाहिर की है। प्रदेश सरकार से पीड़ितों के पुनर्वास और उनकी सुख-सुविधाओं के लिए आवश्यक कदम उठाने की अपेक्षा करने के साथ ही राहुल गांधी ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं से भी यह अपील की है कि वह पीड़ितों की मदद के लिए आगे आएं और उन्हें सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाते हुए राहत व बचाव कार्य में अपना सहयोग दें।
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सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचा मामला…
जोशीमठ में भू-धंसाव का मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है। ज्योतिष्पीठ के जगद्गुरु शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती महाराज ने आज अपने अधिवक्ता के माध्यम से सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की है। सुप्रीम कोर्ट इस मामले में सरकार से जवाब तलब कर राहत और बचाव कार्य की समीक्षा कर सकता है।