खाने को अशुद्ध करना इस्लाम के खिलाफ, कड़ी कार्रवाई करे पुलिस, बहिष्कार करे मुस्लिम समाज..
वायरल हो रही वीडियो पर मुस्लिम उलेमाओं ने खुलकर रखी राय, साजिश का भी जताया अंदेशा, (देखें वीडियो)..
पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: खाने-पीने के सामान में थूक आदि मिलाकर बेचने की घटनाओं पर बाबा रामदेव की प्रतिक्रिया आने के बाद मुस्लिम धर्मगुरुओं ने भी खुलकर अपनी राय रखी है। ज्वालापुर के मदरसा दारुल उलूम रशीदिया में बैठक के बाद मीडिया के माध्यम से उलेमाओं ने ऐसी घटनाओं की निंदा करते हुए कड़ी कार्रवाई की मांग उठाई है। उलेमाओं ने यह भी साफ किया है कि ऐसे हरकत करने वालों की इस्लाम में कोई जगह नहीं है। समाज से उनका बहिष्कार का ऐलान भी किया गया है।
बैठक को संबोधित करते हुए जमीयत उलेमा ए हिंद के उत्तराखंड प्रदेश अध्यक्ष और मदरसा अरबिया दारुल उलूम रशीदिया ज्वालापुर के मोहतमिम मौलाना मुहम्मद आरिफ कासमी ने कहा कि इंटरनेट मीडिया पर भोजन को अशुद्ध करने से जुड़ी कुछ वीडियो प्रसारित हो रही हैं।
जिससे मुस्लिम समाज की छवि खराब हो रही है। कहा कि कुछ लोग षड़यंत्र के तहत हिंदू मुस्लिम समुदाय के बीच सौहार्द, एकता और भाईचारे को समाप्त कर बांटने की साजिश कर रहे हैं। जिससे सभी को सचेत रहने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि अन्न इंसान के लिए खुदा की बड़ी देन है। इस्लाम में खाने की किसी भी प्रकार की बेदअबी को गुनाह करार दिया गया है। खाने को अशुद्ध करने वाले लोगों को माफ नही किया जा सकता है। पुलिस को ऐसे वीडियो की बारीकि से जांच करते हुए यह पता लगाना चाहिए कि वीडियो क्यों वायरल की जा रही है। साथ ही खाने को अशुद्ध करने वालों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।
हाजी नईम कुरैशी, एडवोकेट फुरकान अली सहित जमीयत के सदस्य हाफिज मुहम्मद उस्मान, कारी मुहम्मद इमरान, कारी सूफियान, कारी इमरान, मौलाना वकील, कारी सलमान, मौलाना बाकिर, सोहेल अख्तर, मास्टर साजिद, एडवोकेट सज्जाद अली आदि ने भी इसका समर्थन किया।