पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: चंद रुपयों के लालच में डोईवाला के प्रॉपर्टी डीलर की हत्या करने वाले तीसरे आरोपी को भी पुलिस ने धर दबोचा। कोर्ट में पेश कर उसे जेल की सलाखों के पीछे धकेल दिया गया। पुलिस कप्तान प्रमेंद्र डोबाल के निर्देश पर इंस्पेक्टर खानपुर रविंद्र शाह के नेतृत्व में पुलिस ने गुनहगारों को उनके अंजाम तक पहुंचाने की दिशा में शानदार काम किया है। जिससे आमजन में भी संदेश गया है कि मुल्जिम कितना भी शातिर क्यों न हो, किसी मासूम का कत्ल करने के बाद वह ज्यादा दिन कानून के हाथ से नहीं बच सकता।
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यह थी पूरी घटना…..
पिछले नौ दिसंबर को कुड़कावाला थाना डोईवाला देहरादून निवासी रमेश चन्द ने अपने बेटे रामशंकर की गुमशुदगी की रिपोर्ट थाना खानपुर में दर्ज कराई थी। बताया था कि रामशंकर (48 वर्ष) प्रॉपर्टी डीलर थे और आठ दिसंबर को खानपुर स्थित अपने ऑफिस आए थे। शाम के समय उनके मोबाइल पर कॉल करने पर स्विच ऑफ मिला। पुलिस ने गुमशुदगी दर्ज कर प्रॉपर्टी डीलर की तलाश शुरू की। एसएसपी प्रमेन्द्र डोबाल ने एसपी देहात शेखर चन्द्र सुयाल और सीओ लक्सर निहारिका सेमवाल के पर्यवेक्षण में इंस्पेक्टर खानपुर रविंद्र शाह के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया।
पुलिस टीम ने सीसीटीवी फुटेज का गहन अध्ययन किया और गुमशुदा के फोटो पंपलेट प्रचारित किए। कॉल डिटेल्स और मुखबिर की सूचना पर पुलिस ग्राम चन्द्रपुरी पहुंची, जहां पूछताछ में दो संदिग्धों ने हत्या की बात कबूल की।
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यह निकली कत्ल की वजह…..
प्रॉपर्टी डीलर रामशंकर अक्सर चंद्रपुरी गांव आता था और आरोपी रॉबिन, अक्षय व अंकित के पास संपत्ति से जुड़ी जानकारी थी। आठ दिसंबर को तीनों ने रामशंकर को जमीन दिखाने के बहाने खेत में बंधक बना लिया। तलाशी लेने पर केवल 400 रुपये मिलने से आरोपियों को गुस्सा आ गया। उन्होंने डराया-धमकाया और फोन का पासवर्ड व यूपीआई पिन लिया।
चिल्लाने से रोकने के लिए उन्होंने रामशंकर के मुंह पर टेप लगा दी, जिससे दम घुटने से उसकी मौत हो गई। इसके बाद उसका शव एक बोरी में डालकर चन्द्रपुरी घाट के आगे रेत में दबा दिया। अगले दिन मृतक के फोन के माध्यम से 30 हजार रुपये निकाले। बाद में और रुपये न निकलने पर मोबाइल और अन्य दस्तावेजों को अलग-अलग जगह फेंक दिया। इस मामले में पुलिस फरार चल रहे अंकित की तलाश में शिद्दत से जुटी थी। आखिरकार मंगलवार को रोशनाबाद से अंकित को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश करते हुए जेल भिजवाया गया। पुलिस टीम में प्रभारी निरीक्षक खानपुर रविन्द्र शाह, गोवर्धनपुर चौकी प्रभारी समीप पांडे, उपनिरीक्षक भजराम चौहान, कांस्टेबल अरविंद रावत, एसओजी रुड़की से हैड कांस्टेबल चमन, कांस्टेबल महिपाल सिंह शामिल रहे।
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इंस्पेक्टर रविंद्र शाह ने फिर किया खुद को साबित……
इंस्पेक्टर रविंद्र शाह ने पेचीदा मर्डर केस की गुत्थी सुलझाते हुए एक बार फिर खुद को साबित किया। साधारण गुुमशुदगी नजर आ रहे केस के पीछे लूट की मंशा से हत्या और फिर शव को ठिकाने लगाने की सनसनीखेज साजिश सामने आई। इससे पूर्व रुड़की एसओजी प्रभारी रहने के दौरान भी इंस्पेक्टर रविंद्र शाह ने पिस्टल गैंग का भंडाफोड़ कर अपनी दमदार कार्यशैली का लोहा मनवाया था। इंस्पेक्टर बहादराबाद रहते कई घटनाओं और गैंग का पर्दाफाश किया। पूर्व में झबरेड़ा थानाध्यक्ष रहते हुए भी इंस्पेक्टर रविंद्र शाह अपराधियों पर भारी पड़े। ब्लाइंड केस का खुलासा करने पर पुलिस कप्तान प्रमेंद्र डोबाल सहित अन्य आला अधिकारियों ने उनकी पीठ थपथपाई है।