पंच👊नामा-पिरान कलियर: विधानसभा चुनाव का अखाड़ा अब धीरे-धीरे जमता जा रहा है, तोड़जोड की राजनीति और दल बदलने का दौर भी लगातार जारी है। कांग्रेस और भाजपा अपना कुनबा बढ़ाने के लिए एक दूसरे के समर्थकों में सेंधमारी कर रहे है। इसी कड़ी में कलियर विधानसभा सीट पर वर्तमान विधायक भी कांग्रेस का कुनबा बढ़ाने में लगें है, लगातार विपक्षी दलों के कार्यकर्ताओं को पार्टी की सदस्यता दिलाकर कांग्रेस को मजबूत करना और सीट पर तीसरी बार हैट्रिक लगाने के प्रयास में जुटे है।
रविवार और सोमवार को कलियर विधायक हाजी फुरकान अहमद ने दो बड़े खेमों को कांग्रेस में शामिल कर विपक्षी दल को बड़ा झटका दिया है। बीती रात ग्राम महमूदपुर में मुखिया परिवार को विधायक ने कांग्रेस में शामिल किया इसके बाद मुकरर्बपुर निवासी भाजपा नेता को उनके समर्थकों के साथ पार्टी की सदस्यता ग्रहण कराई। दोनों खेमों का कांग्रेस में विलय होने पर विधायक का जनाधार तो बढ़ा ही है साथ ही विपक्षी दलों को भी बड़ा झटका दिया है।
फुरकान अहमद ने बताया महमूद पुर के मुखिया परिवार और मुकरर्बपुर के भाजपा नेता रईस अहमद शाह अल्वी व मीर हसन ठेकेदार ने अपने समर्थकों के साथ पार्टी की सदस्यता ग्रहण की है। कांग्रेस की जनसरोकार की नीतियों से प्रभावित होकर पार्टी में शामिल हुए लोगों का फूल मालाओं से स्वागत किया गया।
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खलील अहमद और अनवर राणा की मेहनत लाई रंग……
भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य व जिला प्रभारी रुद्रप्रयाग रईस अहमद शाह अल्वी को कांग्रेस में लाने का श्रेय खलील सलमानी व समाजसेवी अनवर राणा के हाथ हैं। पिछले कुछ समय से दोनों जिम्मेदारों ने भाजपा नेता की नब्ज टटोली और कांग्रेस के हाथों को मजबूत करने की नीयत से काम किया जिसपर वह सफल रहे और भाजपा नेता अल्वी अपने समर्थकों संग कांग्रेस में शामिल हो गए।
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प्रचंड बहुमत से जीत का आश्वासन…….
अन्य दलों को छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए लोगों ने विधायक को प्रचंड बहुमत से जीत का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा दो योजनाओं से लगातार विधायक रहे फुरकान अहमद सरल स्वभाव के व्यक्ति है, उनकी सरलता और सभी को साथ लेकर चलने का हुनर तीसरी बार भी सीट पर जीत दिलाएगा। सभी ने जी-तोड़ मेहनत का आश्वासन देते हुए ऐतिहासिक जीत का दम भरा।
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पंचायत चुनाव में आजमाई थी किस्मत…..
भाजपा नेता रईस अहमद ने पंचायत चुनाव में भाजपा के सिम्बल पर चैयरमैन पद पर चुनाव लड़ा था वही मीर हसन ठेकेदार ने भी वार्ड नं. 5 से सभासद का चुनाव लड़ा था, हालांकि दोनों ही लोगो को कामयाबी नही मिल सकी थी, लेकिन अपने अपने वोट बैंक का प्रभाव रखने वाले दोनों नेताओं का कांग्रेस में शामिल होना पार्टी को फायदेमंद साबित होगा।