पंच👊नामा
प्रवेज़ आलम, पिरान कलियर: नगर पंचायत चुनाव ने न केवल स्थानीय राजनीति का रुख बदला, बल्कि कई नए राजनीतिक सितारों को भी उभरने का मौका दिया। इस चुनाव में बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने पहली बार अपना परचम लहराते हुए नगर पंचायत अध्यक्ष पद पर कब्जा किया। समीना पत्नी सलीम ने 1100 से अधिक वोटों से जीत दर्ज कर विपक्षी खेमे को चौंका दिया।
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बसपा की जीत में लक्सर विधायक की अहम भूमिका….बसपा प्रत्याशी समीना की इस शानदार जीत के पीछे लक्सर विधायक हाजी मोहम्मद शहजाद का विशेष योगदान रहा। समीना विधायक शहजाद की बहन हैं, और यही कारण है कि विधायक ने अपनी पूरी ताकत उनके चुनाव झोंक दी। परिवार और समर्थकों के साथ मिलकर उन्होंने चुनावी रणनीति को इस तरह गढ़ा कि पहली बार बसपा को यहां जीत हासिल हुई, जिसका श्रेय विधायक हाजी मौ. शहजाद को जाता हैं।
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शफक्कत अली का प्रभावशाली प्रदर्शन……कांग्रेस से टिकट कटने के बाद शफक्कत अली ने अपनी चाची के नाम से निर्दलीय चुनाव लड़ा और कम समय में ही चुनावी समीकरण बदलकर दूसरा स्थान हासिल किया। उन्होंने अपने कुशल नेतृत्व और मेहनत से इस चुनाव को रोमांचक बना दिया। उनका प्रभावशाली प्रदर्शन यह संकेत देता है कि निकट भविष्य में वह स्थानीय राजनीति में एक मजबूत दावेदार बन सकते हैं।
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कांग्रेस की कमजोरी और विधायक फुरकान की निष्क्रियता…कलियर सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी हाजरा बानो तीसरे स्थान पर रहीं। इस हार की मुख्य वजह कांग्रेस विधायक हाजी फुरकान अहमद की निष्क्रियता मानी जा रही है। विधायक फुरकान अहमद टिकट बंटवारे के दौरान विरोध झेलते रहे और अपने प्रत्याशी का प्रचार भी प्रभावी ढंग से नहीं कर सके। दूसरी ओर, वह रामपुर नगर पंचायत में अपनी पत्नी को चुनाव लड़ाने में व्यस्त रहे, जिससे कलियर में कांग्रेस कमजोर पड़ गई। यही वजह रही कि कांग्रेस को कलियर के साथ रामपुर की सीट भी गवानी पड़ी। ये चुनाव परिणाम विधायक फुरकान अहमद के राजनीतिक भविष्य पर चिंता की लकीरें है।
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युवा नेता नाजिम त्यागी ने किया खुद को साबित…..नाजिम त्यागी कांग्रेस से टिकट के प्रबल दावेदार थे, लेकिन जब उन्हें टिकट नहीं मिला, तो उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला किया। उनकी पत्नी नगमा चेयरमैन पद की प्रत्याशी थीं, जबकि खुद नाजिम वार्ड नंबर 3 से सभासद पद के लिए मैदान में उतरे। दोनों ने मजबूती से चुनाव लड़ा, और नाजिम ने वार्ड सदस्य के रूप में जीत हासिल की। वही अध्यक्ष पद पर भी सम्मानजनक वोट जुटाकर नाजिम त्यागी ने अपनी मौजूदगी का अहसास कराया। उनकी रणनीति और मेहनत उन्हें इस चुनाव का ‘किंगमेकर’ साबित करती है।
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निर्दलीय प्रत्याशियों ने भी आजमाई किस्मत….पिरान कलियर नगर पंचायत चुनाव में शबनम अंजुम पत्नी अकरम साबरी और फरजाना पत्नी राशिद कुरैशी ने भी अपनी मजबूत दावेदारी पेश की। हालाँकि, कड़ी प्रतिस्पर्धा के चलते वे जीत हासिल नहीं कर सकीं, लेकिन चुनावी मैदान में उनकी सक्रिय भागीदारी ने राजनीतिक गलियारों में उनकी उपस्थिति दर्ज कराई।
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नगर पंचायत के नए समीकरण…..इस नगरपंचायत सीट में कुल नौ वार्ड है, जिनमें तीन निवर्तमान सभासदों ने वापसी की, जबकि छह वार्डों में नए चेहरे सामने आए। निर्दलीय और पार्टी उम्मीदवारों की सफलता ने यह संकेत दे दिया है कि अब पिरान कलियर की राजनीति पारंपरिक दलों की पकड़ से बाहर हो रही है।
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चुनाव के बाद का भविष्य….इस चुनाव के नतीजे कई राजनीतिक संकेत दे रहे हैं। बसपा की जीत ने लक्सर विधायक शहजाद की पकड़ को मजबूत किया, जबकि कांग्रेस विधायक फुरकान अहमद को गहरा झटका लगा। शफक्कत अली और नाजिम त्यागी जैसे युवा नेता भविष्य में बड़े राजनीतिक रोल में नजर आ सकते हैं। इस चुनाव ने दिखा दिया कि पिरान कलियर की राजनीति अब नए समीकरणों की ओर बढ़ रही है, जहां मेहनत, रणनीति और जमीनी पकड़ ही सफलता की कुंजी होगी।