
पंच👊🏻नामा-ब्यूरो
विकास कुमार, हरिद्वार: अमीर लड़कों को जाल में फंसा कर ब्लैकमेल करने वाली युवती पुलिस के हत्थे चढ़ गई। मामला कनखल क्षेत्र का है। युवती ने जिम करने के बहाने जिम संचालक को ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया और उससे पांच लाख रुपए की डिमांड कर डाली। रकम न देने पर झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी भी दी। समय रहते पीड़ित जिन संचालक थाने पहुंचा और कनखल थानाध्यक्ष नरेश राठौड़ को आपबीती बताई। पुलिस ने छानबीन की तो शिकायत सही निकली। इसके बाद मां-बेटी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर आरोपी बेटी को गिरफ्तार कर लिया गया है। शुरुआती छानबीन में सामने आया है कि मां-बेटी इससे पहले भी कई लोगों को अपना शिकार बना कर लाखों रुपए ऐंठ चुकी हैं।

पुलिस के अनुसार, कनखल जगजीतपुर के राजा गार्डन कॉलोनी में विवेक कुमार का जिम है। कुछ दिन पहले अनन्या शर्मा नामक लड़की ने जिम जॉइन किया था। कुछ दिन जिम करने के बाद लड़की ने जिम संचालक पर डोरे डालने शुरू किए।

आरोप है कि जिम संचालक के मोबाइल पर अश्लील मैसेज भेजें। इसके बाद जिम संचालक के आगे शादी का ऑफर रख दिया। लेकिन जिम संचालक ने उससे शादी करने से साफ इंकार कर दिया। आरोप है कि युवती ने अपनी मां के साथ मिलकर जिम संचालक को झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी दी और उससे पांच लाख की मांग की।

मां-बेटी की ब्लैकमेलिंग से परेशान होकर जिम संचालक कनखल थानाध्यक्ष के पास पहुंचा और उसने अपनी आपबीती पुलिस को बताई। उसने पुलिस को वह सारी चैटिंग भी दिखाई। पुलिस ने जब मामले की जांच की तो पता चला कि यह मां-बेटी पहले भी कई लोगों को इसी तरह जाल में फंसाकर पैसा एंड चुकी है।कनखल थानाध्यक्ष नरेश राठौर ने बताया कि इस मामले में पीड़ित की तहरीर पर दोनों मां-बेटी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर आरोपी युवती को गिरफ्तार कर लिया गया है। जबकि आरोपी माँ फरार है जिसकी तलाश की जा रही जी। यह भी पता लगाया जा रहा है कि इससे पहले यह शातिर मां-बेटी कितने लोगों को ब्लैकमेल कर पैसे ऐंठ चुकी है।
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नेता का पीए करने पहुंचा था पैरवी….
ब्लैकमेलिंग के खिलाड़ी मां बेटी की पैरवी करने वालों की भी कमी नहीं है। पुलिस ने आरोपी युवती को शिकायत के आधार पर जैसे ही हिरासत में लिया, वैसे ही एक भाजपा नेता का पीए जगजीतपुर चौकी जा पहुंचा और मामले को निपटाने के लिए न केवल पुलिस पर दबाव बनाने लगा। बल्कि, अपने साथियों के साथ पीड़ित युवक के घर भी जा पहुंचा लेकिन पीड़ित ने घर का दरवाजा नहीं खोला। थानाध्यक्ष कनखल की सख्ती के चलते नेता के पीए की एक न चली और उसे बैरंग वापस लौटना पड़ा। इस प्रकरण से मां बेटी के रसूख का अंदाजा भी आसानी से लगाया जा सकता है।