पंच 👊 नामा ब्यूरो
हरिद्वार: कथित धर्म संसद में भड़काऊ भाषण देकर मुकदमों से घिरे यति नरसिंहानंद ने अब बाबा रामदेव के दरगाह में चादरपोशी करने को लेकर विवाद खड़ा कर दिया है। नरसिंहानंद ने बाबा रामदेव पर सनातन धर्म से गद्दारी करने का आरोप लगाया है। साथ ही शांभवी पीठाधीश्वर स्वामी आनंद स्वरूप ने भी रामदेव को सनातन विरोधी करार देते हुए माफी मांगने की मांग की है। इस पर बाबा रामदेव ने तीखी प्रतिक्रिया जताते हुए ट्वीट के माध्यम से दोनों को करारा जवाब दिया है। रामदेव ने चुप्पी तोड़ते हुए कहा है कि हिंदू विरोधी लोग ही उनके खिलाफ साजिश रच रहे हैं।
गौरतलब है कि योगगुरु बाबा रामदेव पिछले दिनों दिल्ली से लौटते वक्त पिरान कलियर पहुंचे थे। उन्होंने ना सिर्फ दरगाह की जियारत की बल्कि चादरपोशी भी की थी। चूंकि बाबा रामदेव योग से सभी धर्मों को जोड़ने की बात करते हैं और कई मुस्लिम मुल्कों में जाकर योग का प्रदर्शन भी कर चुके हैं।
इसलिए बाबा की इस जियारत को सौहार्द के रूप में देखा गया। लेकिन पहले गाजियाबाद के डासना मंदिर में पानी पीने पर एक मुस्लिम बालक की पिटाई को लेकर और फिर पिछले दिनों कथित धर्म संसद में भड़काऊ भाषण देकर विवादों में आए यति नरसिंहानंद को बाबा रामदेव का पिरान कलियर जाकर दरगाह की जियारत करना हजम नहीं हुआ। यति नरसिंहानंद ने इसे हिंदू धर्म की आस्था के साथ खिलवाड़ बताते कहा कि वह स्वामी रामदेव को आर्य समाजी मानते थे। अब उनकी नजर में रामदेव की छवि धूमिल हुई है। उन्होंने सनातन धर्म के साथ गद्दारी की है।
इस बीच बाबा रामदेव ने चुप्पी तोड़ते हुए दो ट्वीट के जरिए अपनी बात रखी है। रामदेव ने कहा कि हिंदू विरोधी उनके खिलाफ साजिश रच रहे हैं। मैं जन्म से ही पाखंड व अंधविश्वास का घोर विरोधी हूं। बाबा ने कलियर जाने की वजह बताते हुए लिखा है कि मुझ से प्रेम करने वाले दो सज्जन कलियर गए थे। कुछ लोग ईर्ष्या व षडयंत्रपूर्वक मुझे बदनाम करने के लिए झूठे आरोप लगा रहे हैं।”