पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: रानीपुर कोतवाली क्षेत्र के सुमननगर में प्रॉपर्टी डीलर पर धोखाधड़ी के आरोप में दर्ज कराए गए मुकदमे के पीछे बड़ा झोल निकलकर सामने आया है। खुद को पीड़ित बताने वाले सहारनपुर नकुड़ निवासी तीनों भाइयों ने प्रॉपर्टी डीलर को ही लाखों की चपत लगा दी।
भुगतान की एवज में दिए गए चेक बाउंस होने पर प्रॉपर्टी डीलर ने जब कोर्ट में मुकदमा दायर किया तो तीनों भाइयों ने मिलकर उल्टा प्रॉपर्टी डीलर पर ही धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज करा दिया। अनुसूचति जाति के व्यक्ति की जमीन बताने का दावा भी फर्जी निकला।
धोखाधड़ी का शिकार होने के बाद फर्जी मुकदमे का सामना कर रहे प्रॉपर्टी डीलर विकास चौधरी ने अब एसएसपी अजय सिंह को लिखित शिकायत कर असली कहानी से अवगत कराया है। तीनों भाइयों की धोखाधड़ी के पूरे सुबूत भी पुलिस को उपलब्ध कराए गए हैं। ईमानदारी से जांच होने पर मुकदमा दर्ज कराने वाले तीनों भाइयों का जेल जाना तय माना जा रहा है।दो दिन पहले मुकेश कुमार निवासी निवासीगण ग्राम भगवानपुर तहसील व पोस्ट नकुड़ जिला सहारनपुर हाल निवासी रोड नम्बर 3 तनिष्क इलेक्ट्रोनिक्स सुमन नगर कोतवाली रानीपुर ने कोर्ट के आदेश प्रॉपर्टी विकास चौधरी, ललित सैनी व अनुज सैनी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। जिसमें अनुसूचित जाति के व्यक्ति की जमीन बेचने के नाम पर करीब 10 लाख रुपये हड़पने का आरोप लगाया गया था।
इस मामले में प्रॉपर्टी डीलर विकास चौधरी ने एसएसपी को शिकायत देकर बताया कि उनकी श्रीकंठ प्रोपर्टी एण्ड कन्स्ट्रक्शन की फर्म पर मुकेश कुमार, जितेन्द्र कुमार व अनुज सैनी आए और आकर जमीन फरोख्त की बात की। उन्होंने प्लॉट नम्बर 1 व 2 खसरा नम्बर 615 कुल रकबा 1500 वर्गफुट जमीन की बात की। इस भूमि में से 600 वर्गफुट दुकान के लिए और बाकी 900 वर्गफुट घर के लिए खरीदने की बात तय हुई। जमीन का सौदा 15,20 लाख रुपये (पन्द्रह लाख बीस हजार) रूपये में तय हुआ था। कुछ नकद व कुछ नैट बैंकिंग के माध्यम से तीनों भाइयों ने उन्हें 4,20 लाख रुपये रूपये अदा किए। 12 अक्टूबर 2021 को एक लिखित अनुबन्ध भी दोनों पक्षों के बीच हुआ। कुछ समय बाद तीनों भाई प्रॉपर्टी डीलर के पास आए और लॉक डाउन के कारण आर्थिक परेशानी बताते हुए पूरी जमीन खरीदने में असमर्थता जताई। उनका कहना था कि वह केवल 600 वर्गफुट भूमि ही खरीद सकते हैं। जिस पर दोनों पक्षों के बीच फिर से 12 जून को नया अनुबन्ध पत्र 600 वर्गफुट जमीन के लिए 9,80 लाख रुपये में तय हुआ। प्रॉपर्टी डीलर विकास चौधरी ने भूमि के असल मालिक शमशीर पुत्र जरीफ निवासी सलेमपुर महदूद हरिद्वार से 5 दिसंबर 2021 को मुकेश सैनी की पत्नी साक्षी और जितेंद्र की पत्नी दीपा सैनी के पक्ष में रजिस्ट्री करा दी।
जिसका दाखिल खारिज भी दीपा व साक्षी के नाम दिनांक 10 मई 2022 को हो गया। समझौते के अनुसार बकाया रकम 2,90 लाख रुपये 01 सितंबर 2022 तक अदा करनी थी। आरोप है कि नीटू धीमान, ललित सैनी, अनुज सैनी की मौजूदगी में चैकों के आदान प्रदान के साथ हुए समझौते का तीनों भाइयों ने पालन नहीं किया और बकाया पैसे नहीं दिए। विकास चौधरी ने परेशान व मजबूर होकर चेक अपने खाते में लगाए तो वह बाउंस हो गए।
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प्रोपर्टी डीलर को आर्थिक और मानसिक नुकसान………
प्रोपर्टी डीलर विकास चौधरी ने पहले नोटिस और फिर कोर्ट में चेक बाउंस का मुकदमा दायर किया। आरोप है कि दबाव बनाने और रकम हड़पने के लिए तीनों भाइयों ने साजिश रचकर कोर्ट को गुमराह करते हुए उल्टा उन्हीं के खिलाफ फर्जी मुकदमा दर्ज करा दिया। पीड़ित ने बताया कि इससे उनकी व्यवसायिक छवि को धूमिल करने के साथ ही मानसिक, आर्थिक व सामाजिक हानि हुई है। उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाए। एसएसपी अजय सिंह ने पूरे मामले की तह तक जाकर बारीकी से जांच करने के आदेश रानीपुर पुलिस को दिए हैं।