
पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: निर्मल अखाड़े के विवाद में कोर्ट ने फर्जीवाड़े के आरोपित संतों के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किए हैं। इन सभी की गिरफ्तारी के आदेश पुलिस को दिए गए हैं।
पुलिस के मुताबिक, साल 2019 में निर्मल अखाड़े के कोठारी महंत जसविदर सिंह शास्त्री ने मुकदमा दर्ज कराते हुए बताया था कि महंत गोपाल सिंह शिष्य महंत निरंजन सिंह निवासी निर्मल अखाड़ा संत एवेन्यू जीटी रोड अमृतसर पंजाब, महंत जगजीत सिंह शिष्य महंत महेंद्र सिंह निवासी निर्मल संतपुरा कनखल हरिद्वार और महंत मोहन सिंह शिष्य महंत जोगेंद्र सिंह निवासी भजनगढ़ आश्रम खड़खड़ी और महंत बलवंत सिंह शिष्य रतन सिंह निवासी सुखदेव कुटी कनखल हरिद्वार ने कैनरा बैंक की शाखा कनखल स्थित शाखा में श्रीपंचायती अखाड़ा निर्मल कनखल हरिद्वार के नाम से गैर कानूनी रूप से एक बैंक खाता खोल लिया। आरोप है कि खाता खोलने के लिए चारों ने 28 जून वर्ष 2018 की किसी बैठक के फर्जी कागजात बैंक में दिए हैं, जबकि अखाड़ा संविधान के अनुसार किसी भी प्रकार की बैठक बुलाने का अधिकार केवल संस्था के अध्यक्ष श्रीमंहत के पास या संस्था के सचिव अथवा कार्यकारिणी के किसी अन्य सदस्य को सिर्फ अध्यक्ष की अनुमति से ही है। कोठारी महंत जसविदर सिंह शास्त्री ने आरोप लगाया कि चारों महंतों ने खाते से करीब 50 लाख की ट्रांजेक्शन की है। कनखल पुलिस ने महंत गोपाल सिंह, महंत जगजीत सिंह, महंत मोहन सिंह और महंत बलवंत सिंह के खिलाफ धोखाधड़ी की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया था। कोर्ट में चार्जशीट दाखिल होने के बाद आरोपितों के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किए गए हैं। इंस्पेक्टर कनखल मुकेश चौहान ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि कोर्ट के आदेश का अनुपालन कराया जाएगा।