अब काव्य शिरोमणि सम्मान से नवाजे गए भुलक्कड़..
भारत के विभिन्न राज्यों से 22 कवि बने सावन की फुहारे पुस्तक का हिस्सा, उत्तराखंड हरिद्वार जिले के नसीरपुर कला निवासी एकमात्र पं पुष्पराज धीमान भुलक्कड़ की रचनाओं को मिला इस पुस्तक में स्थान..

पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: भारत सरकार से रजिस्टर्ड शब्द दर्पण साहित्य समूह द्वारा पं पुष्पराज धीमान भुलक्कड़ को काव्य शिरोमणि सम्मान से नवाजा है। समूह द्वारा प्रकाशित सावन की फुहारे पुस्तक में भारत के विभिन्न राज्यों से 22 कवियों की रचनाओं को कवि के जीवन परिचय सहित स्थान मिला है। गांव नसीरपुर कला निवासी कवि एवं वरिष्ठ पत्रकार पं पुष्पराज धीमान भुलक्कड़ हरिद्वार उत्तराखंड के एकमात्र कवि रहे जिन्होंने इस पुस्तक में सावन की विरह वेदना शीर्षक से लिखी गई दो कविताओं को स्थान मिला है।
अभी कुछ दिन पहले उन्हें मुजफ्फरपुर बिहार में काव्य हिंदुस्तान अंतरराष्ट्रीय साहित्य समूह द्वारा भी काव्य पाठ के लिए आमंत्रित किया था। इसके अलावा ऑनलाइन गंगा आरती प्रस्तुत करने पर सरोज साहित्य धर्मक्षेत्र द्वारा भी सरोज साहित्य सारस्वत सम्मान और अपनी कविता वृंद कीर्तिमान साहित्य समूह द्वारा भी साहित्य सम्मान देते हुए प्रशंसा पत्र प्रेषित किया है।
काव्य हिंदुस्तान अंतर्राष्ट्रीय साहित्य समूह की संस्थापिका रेखा शर्मा सनेहा ने बताया कि भुलक्कड़ की रचना सरल भाषा में संदेशपरक होती है शीघ्र ही हमारी संस्था द्वारा भी उन्हें कोहिनूर सम्मान से नवाजा जाएगा।
पं पुष्पराज धीमान भुलक्कड़ भले ही निर्धन परिवार में जन्मे हो लेकिन वह विलक्षण प्रतिभा के धनी है जो अपना पैतृक व्यवसाय बढ़ाई गिरी करने के अलावा सामाजिक सेवा में भी सक्रिय रहते हैं।
उनकी सक्रियता को देखते हुए पिछले वर्ष अखिल भारतीय विश्वकर्मा शिल्पकार महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने भी उन्हें सम्मानित किया था।