पीडब्ल्यूडी में अफसरों ने किया सरेंडर, ठेकेदारों के हाथ का खिलौना बने टेंडर..
''वीडियो ने खोली टेंडर में गड़बड़ी और कमीशनखोरी की पोल, (आप भी देखें)..
पंच👊नामा-रुड़की: सरकारी अफसरों और ठेकेदारों की जुगलबंदी सारे नियम कायदों पर भारी है। भ्र्ष्टाचार और कमीशनखोरी के खेल में मलाईदार महकमे पीडब्ल्यूडी के अधिकारी, ”ठेकेदार के सामने पूरी तरह नतमस्तक हो रहे है। यकीन नही होता तो हम आपको सरकारी महकमें की एक वीडियो दिखाते है, जहा सरकारी अफसरों पर ठेकेदार कितने हावी है उसका अंदाजा आसानी से लगाया जा सकेगा। यहां ठेकेदारों के लिए कोई नियम-कायदे कानून नही, अफसर भी आंख बंदकर ठेकेदारों पर खूब भरोसा जताते है, सरकारी काम जो अधिकारी/कर्मचारियों को करने होते है वो भी ठेकेदार स्वंम कर लेते है। कुछ ऐसा ही माजरा वीडियो में दिखाई दिया।
दरअसल रुड़की पीडब्ल्यूडी में करोड़ो के टेंडर होने थे, जिनके लिए टेंडर पेटी में टेंडर डाले जा रहे थे, इसी दौरान ठेकेदार आपस मे डील कर लेते है और समझौता होने पर पेटी से स्वंम टेंडर निकाल लेते है, ताज्जुब की बात ये है कि इस प्रक्रिया में कोई अधिकारी कर्मचारी दिखाई नही देता, अरे भाई जब टेंडर डालने और निकालने ही ठेकेदारों को है तो अधिकारियों का क्या काम,, वीडियो में साफ दिखाई दे रहा है कि ठेकेदार निर्माण कार्यो के टेंडर पेटी में डाल रहे है, जब टेंडर डाल दिए जाते है तो उसके बाद ठेकेदारो में आपस मे सांठगांठ हो जाती है तभी एक ठेकेदार जिसे अधिकारियों का चहेता बताया जाता है टेंडर पेटी जो उल्टा करता है और आने टेंडर निकाल लेता है, दिलचस्प बात ये है कि इस दौरान कोई अधिकारी कर्मचारी उन्हें रोकने टोकने वाला भी वहां मौजूद नही होता है, इस पूरे प्रकरण का किसी ने वीडियो बना डाला जो अब ठेकेदारों और अधिकारियों की मिलीभगत की पोल खोल रहा है।
वही रुड़की ज्वाइंट मजिस्ट्रेट अंशुल सिंह का कहना है कि ये गम्भीर विषय है इस पर एक टीम का गठन कर जांच कराई जाएगी, यदि ऐसा हुआ है तो टेंडर निरस्त किए जाएंगे और रिटेंडर निकाले जाएंगे।