पंच👊नामा
सुल्तान: हरिद्वार:- जिले की सबसे हॉट सीट में शुमार हरिद्वार ग्रामीण सीट को लेकर कांग्रेस में एक बार फिर तिकड़मबाजी शुरू हो गई है। अभी तक फाइनल माने जा रहे अनुपमा रावत के सामने प्रीतम सिंह ने गुरजीत लहरी का नाम रखकर नई चाल चल दी है। जिससे बाकी दावेदार भी हक्के बक्के रह गए हैं। वहीं, हरीश रावत खुद भी असमंजस से घिर गए हैं। हालांकि अगले कुछ घंटों में संशय दूर होने पर शाम तक कांग्रेस की सूची जारी होने की पूरी उम्मीद जताई जा रही है।
हरिद्वार ग्रामीण सीट पर पूर्व सीएम हरीश रावत की बेटी अनुपमा रावत के अलावा राजीव चौधरी, हनीफ अंसारी एडवोकेट और गुरजीत लहरी आदि नेताओं ने अपनी दावेदारी पेश की थी। इन सब में अनुपमा अभी तक सब पर भारी पड़ती दिखी और उनका नाम फाइनल माना जा रहा था। लेकिन जैसे-जैसे सूची जारी होने में देर हो रही है, वैसे-वैसे हरीश रावत और प्रीतम गुट के बीच टिकटों की जंग और उलझती जा रही है। इसकी बानगी शनिवार को दिल्ली में सामने आई। हरिद्वार में प्रीतम सिंह गुट की अगर बात करें तो संजय पालीवाल के बाद राजीव चौधरी, अशोक शर्मा, संजय अग्रवाल, धर्मपाल आदि को करीबी माना जाता है। लेकिन प्रीतम सिंह ने अनुपमा रावत के सामने राजीव चौधरी के बजाय गुरजीत लहरी की पैरवी कर सबको हैरत में डाल दिया। प्रीतम के इस बदले रुख से सबसे ज्यादा झटका राजीव चौधरी को लगा है। राजीव चौधरी ने हरिद्वार में ना सिर्फ प्रीतम का झंडा बुलंद किया, बल्कि उन्हें सबसे पहले मुख्यमंत्री के तौर पर भी प्रोजेक्ट करना शुरू किया। लेकिन राजीव चौधरी को दूर-दूर तक ही अंदाजा नहीं रहा होगा कि प्रीतम सिंह टिकट के फाइनल होने के ऐनवक्त पर ऐसे रंग बदलेंगे। बहरहाल, लहरी का नाम सामने आने से अब अनुपमा और गुरजीत लहरी की पुरानी अदावत भी फिर से नया रूप लेती नजर आ रही है। देखना यह होगा कि हाईकमान किसके नाम पर सहमति बनाते हैं। हरिद्वार ग्रामीण में कांग्रेस की उठापटक पर भाजपा भी नजरें गढ़ाए हुए है।