मौत की डुबकी लगा रहे जायरीन, पुलिस-प्रशासन लापरवाह..
चेतावनी बोर्ड लगाकर हो गई जिम्मेदारी पूरी..

पंच👊नामा
पिरान कलियर: मासूम बच्चों से लेकर नौजवान और महिलाएं जिस कारण मौत के मुँह मे समा गई हो यदि नासमझ लोग वही गलती दोहराय तो जिम्मेदार स्थानीय प्रशासन की बनती है, लेकिन जब प्रशासन ही हादसों के इंतेज़ार में बैठा हो तो क्या कहा जा सकता है। जी हां पिरान कलियर से करीब दो किलोमीटर दूर बावन दरा नदी जिसमे नहाना समझो मौत के मुँह में जाना है, अक्सर यहाँ नहाते समय कई जिंदगियां मौत के काल मे समा गई। हादसों पर लगाम लगाने के लिए क्षेत्रीय पुलिस प्रशासन ने चेतावनी बोर्ड तो जरूर लगाया लेकिन उसपर अमल कराना मुनासिब नही समझा, आलम ये है कि भारी तादाद में मासूम बच्चों से लेकर नौजवान, बुजुर्ग और महिलाएं बावन दरा नदी में बने कुंड में डुबकी लगा रहे है।
ग़ौरतलब है कि पिरान कलियर में ईद के बाद जायरीनों का रेला लगा है। भारी तादाद में जायरीन पिरान कलियर पहुँच रहे है और दरगाह में हाजिरी के बाद गर्मी से बचने के लिए गंगनहर या बावन दरा (धनौरी) का रुख कर रहे है। पिछले दिनों बावन दरा नदी में कई हादसे हुए, इन हादसों ने सबको झंझोड़ कर रख दिया। मासूम बच्चो से लेकर बड़े इन कुंड में समा गए और जिंदगी से हाथ धो बैठे। हादसों की रोकथाम के लिए स्थानीय पुलिस प्रशासन ने यहां नहाना प्रतिबंध किया और बाकायदा एक चेतावनी बोर्ड लगाकर रास्ता बंद कर दिया, लेकिन समय बिता और इन हादसों को सब भुला बैठे। अब वर्तमान में इन कुंडों पर फिर से जायरीन डुबकी लगा रहे है। या यूं कहें कि मौत के मुंह मे डुबकी लगा रहे है, लेकिन स्थानीय प्रशासन सबकुछ जानते हुए बेखबर बना बैठा है। पिरान कलियर थानाध्यक्ष मनोहर भंडारी का कहना है कि यदि बावन दरा नदी में नहाना प्रतिबंधित है और उसके बाद भी वहां लोग नहा रहे है तो क्षेत्रीय चौकी इंचार्ज को आवश्यक कार्यवाही के लिए कहा जाएगा। इस मामले में चौकी इंचार्ज से रिपोर्ट ली जाएगी।