सन्डे को दफ्तर खोलकर “बैक डेट में चल रही थी नियुक्ति, दो अफसर फंसे..
हरिद्वार के "शिक्षा विभाग में सामने आया बड़ा खेल,, चुनाव आचार संहिता के चलते लगाई गई जुगत..
पंच 👊 नामा
सुल्तान: हरिद्वार :- आचार संहिता लागू होने के अगले ही दिन हरिद्वार का शिक्षा विभाग बैक डेट में नियुक्ति और समायोजन का खेल करने में जुट गया। एक शिकायत का संज्ञान लेते हुए जिलाधिकारी विनय शंकर पांडेय ने एक टीम भेजकर जांच कराई तो धांधली पकड़ में आ गई। जिलाधिकारी ने प्रभारी मुख्य शिक्षाधिकारी विद्याशंकर चतुर्वेदी और कार्यालय के मुख्य प्रशासनिक अधिकारी जोगेंद्र सिंह राणा के निलंबन की संस्तुति करते हुए रिपोर्ट शासन को भेजी है। वहीं, चुनाव आयोग भी इस मामले में कड़ी कार्रवाई कर सकता है।
प्रदेश में चुनाव की घोषणा के साथ ही शनिवार शाम से आचार संहिता लग गयी है। इसके साथ ही सरकारी मशीनरी सक्रिय हो गयी है। आचार संहिता लागू होने के बाद भी सीईओ कार्यालय में नियम विरुद्ध कार्य किए जाने की शिकायत जिलाधिकारी विनय शंकर पांडेय को मिली। इसे गंभीरता से लेते हुए उन्होंने मामले की जांच कराई। जिसमें रविवार अवकाश के बावजूद दफ्तर खोलकर मुख्य प्रशासनिक अधिकारी बैक डेट में अध्यापकों के समायोजन और नियुक्ति पत्र बनाते मिले। इस पूरे मामले में सीईओ की संलिप्तता की भी जांच करायी गयी। जिसमें उनकी भूमिका संदिग्ध पायी गयी। जिलाधिकारी विनय शंकर पांडेय ने बताया कि आचार संहिता के बाद भी समायोजन और नियुक्ति कार्य करना बेहद गंभीर विषय है। इसलिए सीईओ कार्यालय के मुख्य प्रशासनिक अधिकारी जोगेंद्र सिंह राणा और मुख्य शिक्षाधिकारी हरिद्वार विद्या शंकर चतुर्वेदी के खिलाफ निलंबन के साथ ही कठोर कार्रवाई करने की संस्तुति शिक्षा सचिव और निदेशक से की गयी है। बताया जा रहा है कि दोनों अधिकारियों के अलावा कई अन्य की भूमिका संदिग्ध है। सरकारी अधिकारी व कर्मचारियों के अलावा कुछ स्कूल प्रबंधन के लोग भी जांच की जद में आएंगे और कार्रवाई होनी तय है।