ज्वालापुर के अंडरग्राउंड नाले में बड़ा खेल, गोबर और वेस्ट मांस बहाने के लिए चुपचाप डाल दिए गए पाइप..
ठेकेदार व अफसरों पर पैसे लेकर पाइप डालने का आरोप, भैरव सेना ने डीएम को भेजी चिट्ठी, काम बंद कराने की चेतावनी..

पंच👊🏻नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: गंगा में कूड़ा-कचरा गिरने से रोकने और ज्वालापुर के अंदरूनी इलाकों में साफ-सफाई के लिए बनाए जा रहे अंडरग्रांउड नाले में बड़ा खेल सामने आया है। पशु पालकों और मांस विक्रेताओं से मिलीभगत करते हुए उनके पाइप अंडरग्राउंड नाले में डाल दिए गए। ताकि इन पाइप में गोबर से लेकर वेस्ट मांस आदि कुछ भी बहाया जा सके और किसी को कुछ पता भी न चले।

शनिवार को स्थानीय निवासियों ने इसका विरोध करते हुए ठेकेदार व अफसरों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए। वहीं, भैरव सेना संगठन ने भी इस खेल और भ्रष्टाचार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। संगठन के जिला प्रमुख चरणजीत पाहवा ने जिलाधिकारी को पत्र भेजकर सवाल उठाए हैं कि यदि अंडरग्राउंड नाले में रुपयों का लेनदेन कर पाइप डाले जाएंगे तो नाला अंडरग्राउंड करने का औचित्य रह जाएगा।बीएचईएल से निकलकर कड़च्छ, बकरा मार्किट, लोधामंडी और कस्साबान होते हुए गंगनहर में गिरने वाले नाले को अंडरग्राउंड करने का काम करीब साल भर से चल रहा है। निर्माण की गुणवत्ता, सुस्त चाल और मनमाने रवैये को लेकर ठेकेदार से लेकर आरईएस विभाग के अधिकारियों की कार्यशैली पर सवाल उठते आ रहे हैं।
लेकिन ताजा मामले से तो करोड़ों रुपये बजट करने की मंशा पर ही सवाल खड़े हो गए हैं। नाले के इर्द गिर्द बनी दूध की डेयरी और मांस की दुकानों से पाइप अंडरग्राउंड नाले में डाल दिए गए। जबकि नियमानुसार ऐसा नहीं किया जा सकता है। इसके पीछे बड़े खेल की चर्चाएं पूरे क्षेत्र में बनी हुई हैं।
जिलाधिकारी को भेजे गए पत्र में भैरव सेना संगठन के जिला प्रमुख चरणजीत पाहवा ने कहा कि ठेकेदार की मिलीभगत से बकरा मार्केट व आस पास के क्षेत्र से नालों के अंदर पाइप अंडरग्राउंड डाले जा रहे हैं। दूध की डेरी चलाने वाले भी ठेकेदारों को मोटी रकम देकर पाइप डलवाए जा रहे हैं। चंद पैसों के लिए मां गंगा का अपमान करने और धार्मिक भावना आहत करने वालों पर कार्रवाई की जाए। अन्यथा भैरव सेना संगठन हरिद्वार के कार्यकर्ता मौके पर जाकर काम बंद कराएंगे। वहीं स्थानीय निवासी मुबारक अली, कादिर गौड, सुलेमान, इसरार, मनीष, रईस, कादर खान, विशाल आदि ने भी इसका विरोध करते हुए कार्रवाई की मांग की है।