हरिद्वार रेलवे स्टेशन पर मचा हड़कंप.! अचानक मची भगदड़ में बुज़ुर्ग की मौत, छह घायल… जीआरपी ने संभाला मोर्चा..

पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: आगामी त्यौहारों में बढ़ने वाली भीड़ को देखते हुए शुक्रवार को हरिद्वार रेलवे स्टेशन पर एक मॉक ड्रिल (भगदड़ नियंत्रण अभ्यास) आयोजित की गई। यह अभ्यास पुलिस अधीक्षक रेल तृप्ति भट्ट के आदेश पर व सीओ स्वप्निल मुयाल के नेतृत्व में कराया गया। ड्रिल के दौरान प्लेटफार्म नंबर 01 पर “भीड़ में भगदड़” की काल्पनिक स्थिति बनाई गई, जिसमें एक बुज़ुर्ग व्यक्ति की “मृत्यु” और छह लोग घायल दर्शाए गए।
ऐसे हुआ ‘भगदड़’ का सीन तैयार……
ड्रिल के दौरान प्लेटफार्म नंबर-01 पर स्टेशन मास्टर कार्यालय के पास स्थित स्वचालित सीढ़ियों (एस्केलेटर) से कई बुज़ुर्ग यात्री प्लेटफार्म नंबर 02 से 04 की ओर जाने का प्रयास कर रहे थे। भारी सामान और अनुभव की कमी के चलते दो बुज़ुर्ग महिलाएं सीढ़ियों पर गिर पड़ीं, जिससे मौके पर अफरा-तफरी मच गई। इसी दौरान वंदे भारत एक्सप्रेस के आगमन और यात्रियों की भारी आवाजाही से भीड़ बढ़ी और भगदड़ जैसी स्थिति बन गई।
तुरंत जीआरपी और आरपीएफ टीमों ने मौके पर पहुंचकर राहत व बचाव कार्य शुरू किया और घायलों को सुरक्षित बाहर निकाला।
संवेदनशीलता और समन्वय की रही कड़ी परीक्षा…..
मॉक ड्रिल में आपातकालीन सेवाओं के त्वरित प्रतिक्रिया समय, समन्वय और बचाव प्रक्रिया का परीक्षण किया गया।
घटना की “सूचना” दोपहर 12:24 बजे दी गई और राहत कार्य शुरू होकर 1:15 बजे तक अभ्यास पूरा हुआ। इस दौरान घायलों को 108 एंबुलेंस से जिला अस्पताल हरिद्वार भेजा गया। मॉक ड्रिल में भीड़ नियंत्रण, घायलों की पहचान, परिजनों को सूचना, और फिंगर प्रिंट व एफएसएल टीम को मौके पर बुलाने जैसी वास्तविक प्रक्रियाएं भी की गईं।
ड्रिल में शामिल अधिकारी…..
इस अभ्यास में कई विभागों की टीमें सक्रिय रूप से शामिल रहीं…
1: स्वप्निल मुयाल, पुलिस उपाधीक्षक रेलवेज उत्तराखण्ड
2:- शिशुपाल सिंह नेगी, क्षेत्राधिकारी नगर हरिद्वार
3:- नागेन्द्र नौटियाल, असिस्टेंट कमांडेंट आरपीएफ हरिद्वार
4:- दिनेश कुमार, स्टेशन अधीक्षक, रेलवे स्टेशन हरिद्वार5:- बिपिन चन्द्र पाठक, प्रभारी निरीक्षक जीआरपी हरिद्वार
6:- बिजेन्द्र सिंह रावत, प्रभारी आरपीएफ पोस्ट हरिद्वार
7:- ललित मोहन सिंह, प्रभारी बीडीएस टीम, हरिद्वार
8:- कुंवर सिंह राणा, प्रभारी फायर टेंडर टीम, हरिद्वार
9:- डा. विपिन पोखरियाल, प्रभारी 108 एंबुलेंस सेवा, हरिद्वारसमापन में समीक्षा व सुझाव……
अभ्यास के समापन पर अधिकारियों ने मौके पर राहत व्यवस्था, भीड़ नियंत्रण उपायों और संचार प्रणाली की कार्यक्षमता का जायज़ा लिया। सीओ स्वप्निल मुयाल ने कहा कि— “ऐसे मॉक ड्रिल अभ्यास हमें किसी भी आकस्मिक स्थिति से निपटने की तत्परता और तालमेल सिखाते हैं। त्योहारों के समय यात्रियों की सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है।