हड़कंप: सिडकुल की लोटस ब्यूटी केयर कंपनी में कर्मचारी ने लगाई फांसी..
बेसमेंट के स्टोर में लोहे के रैक से लटका मिला शव, पुलिस ने शुरू की जांच..

पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: सिडकुल की लोटस ब्यूटी केयर प्रा. लि. कंपनी में मंगलवार सुबह एक दर्दनाक घटना सामने आई। 46 वर्षीय धर्म सिंह, जो लोदीपुर, जिला बिजनौर के निवासी थे, ने कंपनी के स्टोर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। यह घटना उस समय उजागर हुई जब उनके सहकर्मी रोजमर्रा की तरह काम पर पहुंचे और उन्हें बेसमेंट में बने स्टोर के लोहे के रैक से लटका पाया।दरअसल मंगलवार सुबह 7:00 बजे, धर्म सिंह रोज की तरह अपने कार्यस्थल पर पहुंचे। लेकिन 8:00 बजे, जब उनके साथ काम करने वाले कर्मचारी अमन कुशवाहा और सुमेर स्टोर में पहुंचे, तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। धर्म सिंह का शव लोहे के रैक से लटका हुआ था। सहकर्मियों ने तुरंत शोर मचाया, जिससे पूरे प्लांट में अफरा-तफरी मच गई।
सूचना मिलते ही कंपनी के अधिकारी और कर्मचारी बेसमेंट की ओर दौड़ पड़े। इस बीच, धर्म सिंह का दामाद सोनू, जो पिछले दो वर्षों से इसी कंपनी में कार्यरत है, भी मौके पर पहुंचा। घटना की खबर सुनकर मृतक के पुत्रों को भी बुलाया गया, जो सिडकुल की ही किसी अन्य कंपनी में काम करते हैं।
उधर घटना की सूचना पाकर सिडकुल पुलिस भी मौके पर पहुंची और पूरे घटनाक्रम की जांच शुरू कर दी। सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए, लेकिन शुरुआती जांच में इसे आत्महत्या का मामला माना जा रहा है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और पंचायतनामा की कार्यवाही शुरू कर दी है।
हालांकि, आत्महत्या के पीछे के ठोस कारणों का फिलहाल पता नहीं चल सका है। पुलिस मृतक के परिजनों और सहकर्मियों से पूछताछ कर रही है, ताकि पता लगाया जा सके कि आखिर ऐसी क्या परिस्थितियां बनीं, जिससे धर्म सिंह ने यह आत्मघाती कदम उठा लिया।
————————————–
क्या था आत्महत्या के पीछे का कारण…..?अब तक की जांच में कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है, जिससे आत्महत्या के कारणों को लेकर रहस्य और भी गहरा गया है। परिजनों और सहयोगियों से बातचीत के आधार पर पुलिस यह जानने की कोशिश कर रही है कि धर्म सिंह किसी आर्थिक संकट से जूझ रहे थे या फिर कोई व्यक्तिगत परेशानी उनकी आत्महत्या की वजह बनी।
————————————–
सिडकुल में बढ़ रही आत्महत्या की घटनाएं…!गौरतलब है कि सिडकुल क्षेत्र में काम के दबाव, आर्थिक तंगी और मानसिक तनाव के कारण आत्महत्याओं की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं। बीते कुछ महीनों में कई उद्योगों में इस तरह की घटनाएं सामने आ चुकी हैं। ऐसे में यह सवाल उठता है कि क्या कंपनियों में काम करने वाले कर्मचारियों का मानसिक स्वास्थ्य खतरे में है.? क्या कर्मचारी संतोषजनक माहौल में काम कर रहे हैं, या उन पर किसी तरह का दबाव है.? फिलहाल, पुलिस हर पहलू की बारीकी से जांच कर रही है। उम्मीद है कि जल्द ही आत्महत्या के पीछे का असली कारण सामने आएगा।