पेपर लीक कांड: षड़यंत्रकारी आयोग के अंदर हो या बाहर, सब पर होगी कार्रवाई..
नकल के समय मौजूद रहे आरोपियों की तलाश में जुटी एसआइटी, अभ्यर्थियों से जल्द पूछताछ..
पंच👊🏻नामा-ब्यूरो
सचिन चौधरी, हरिद्वार: पटवारी पेपर लीक कांड की जांच कर रही एसआइटी ने प्रश्न पत्र खरीदने वाले अभ्यर्थियों को सत्यापित कर लिया है। जल्द ही उनके बयान दर्ज करने की तैयारी है। वहीं, एक दूसरी टीम खेल में शामिल अन्य आरोपियों की धरपकड़ में जुट गई है।
इस बीच एसआइटी का पर्यवेक्षण कर रहे एसएसपी हरिद्वार अजय सिंह ने साफ किया कि जांच में जिसकी भी संलिप्तता पाई जाएगी, उस पर कार्रवाई होगी। चाहे वो आयोग के अंदर हो या बाहर, चाहे किसी भी पद पर हो। आने वाले दिनों में कई और गिरफ्तारियां होनी तय हैं।
राज्य लोक सेवा आयोग की ओर से आठ जनवरी को संपन्न कराई गई पटवारी भर्ती की लिखित परीक्षा में नकल का उत्तराखंड एसटीएफ ने भंडाफोड़ किया है। आयोग के अति गोपन विभाग में तैनात संजीव चतुर्वेदी व उसकी पत्नी रीतू सहित आठ आरोपियों को गिरफ्तार जेल भेजा जा चुका है।
मामले की जांच कर रही एसआइटी ने मंगलवार राज्य लोक सेवा आयोग पहुंचकर परीक्षा की प्रक्रिया को समझा था। टीम ने यह भी देखा कि प्रश्न पत्र कहां तैयार होता है, इसके बाद प्रश्न पत्र रखने की क्या व्यवस्था है।
इतना ही नहीं, संजीव चतुर्वेदी के बारे में भी टीम ने जानकारियां हासिल की हैं। उसका कार्यालय कहां है, उसने अपने मोबाइल से प्रश्न पत्र का फोटो कैसे खींचा होगा। इनके अलावा यह पता लगाने का प्रयास भी किया गया है कि कौन-कौन संजीव चतुर्वेदी का करीबी था। पूरी कुंडली खंगालने और अहम जानकारियां लेकर टीम लौट आई। वहीं, एसआइटी के पर्यवेक्षण अधिकारी एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि प्रश्न पत्र खरीदने वाले अधिकांश अभ्यर्थियों को एसआइटी ने सत्यापित कर लिया है। उनके बयान दर्ज करने की प्रक्रिया जल्द शुरू की जाएगी। उन्होंने बताया कि प्रश्न पत्र लीक करने के षड़यंत्र में जिन आरोपितों के बारे में सुराग मिले हैं, उनकी तलाश के लिए पुलिस टीम को लगाया गया है।
जल्द ही षड़यंत्र में शामिल अन्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। एसएसपी ने यह भी स्पष्ट किया कि जांच के दौरान जिसकी संलिप्तता भी पाई जाएगी, उस पर निश्चित तौर पर कार्रवाई होगी। चाहे वो आयोग के अंदर हो या बाहर, चाहे किसी भी पद पर बैठा व्यक्ति क्या न हो।