जलभराव पर भड़के लोग, पानी के बीच कुर्सी डालकर धरने पर बैठ गए हरीश रावत..
ट्रैक्टर पर घूमकर जलभराव का लिया जायजा, सत्ताधारी नेताओं पर घरों में छुपकर बैठने का आरोप..
पंच👊नामा
रुड़की: मानसून सीजन में शिक्षानगरी रुड़की के कई इलाके जलमग्न है। बार-बार अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों को अवगत कराने के बावजूद समस्या का समाधान ना होने से साउथ सिविल लाइन क्षेत्र के निवासियों का गुस्सा भड़क गया और उन्होंने हाईवे पर आकर धरना प्रदर्शन किया। इस बीच पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत कई कांग्रेसी नेताओं और अपने समर्थकों के साथ रुड़की पहुंच गए उन्होंने पहले ट्रैक्टर पर घूम कर जलभराव से प्रभावित क्षेत्रों का जायजा लिया।
इसके बाद पानी के बीच में ही कुर्सी डालकर धरना शुरू कर दिया। हरीश रावत इस मौके पर सत्ताधारी नेताओं पर शब्द बाण चलाने से भी नहीं चूके।
उन्होंने आरोप लगाया कि सत्ताधारी नेताओं को जनता की समस्या से कोई सरोकार नहीं है। ऐसे वक्त पर प्रदेश सरकार के नुमाइंदों को जनता के साथ खड़े होकर उनके समस्या हल कराने चाहिए।
लेकिन भाजपा के नेता और जनप्रतिनिधि घरों में छिपे हुए हैं। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि जनता बहुत अच्छी तरह से भाजपा की कथनी और करनी को पहचान चुकी है।
इस दौरान मंगलौर के पूर्व विधायक काजी निजामुद्दीन, रुड़की महानगर अध्यक्ष राजेंद्र चौधरी, जिला पंचायत के पूर्व अध्यक्ष राव अफाक अली, आशीष सैनी, सुधीर शांडिल्य आदि ने भी
भाजपा सरकार पर जनता के मुद्दों की अनदेखी करने और जनप्रतिनिधियों पर विकास के फर्जी दावे करने का आरोप लगाया।