
पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: अंकिता भंडारी हत्याकांड के आरोपियों को कोर्ट में पेश करने के लिए ले जाने के दौरान गुस्साए ग्रामीणों ने पुलिस की गाड़ी को घेर लिया। ग्रामीणों ने पुलिस की मौजूदगी में आरोपियों को चप्पल-जूतों से बुरी तरह पीटा। यहां तक कि उनके कपड़े भी फाड़ दिए गए। पुलिस ने बमुश्किल आरोपियों की जान बचाई। गिरफ्तारी और खुलासे के बाद थाना लक्ष्मण झूला से पुलिस की टीम तीनों आरोपियों को पौड़ी न्यायालय में पेश करने ले जा रही थी। इस बीच कोडिया गंगा भोगपुर में पहले से जमा गुस्साए लोगों ने पुलिस की गाड़ी रोक ली। इससे पहले कि पुलिस कुछ समझ पाती, लोगों ने गाड़ी का दरवाजा खोल कर आरोपियों की धुनाई शुरू कर दी। उन्होंने पुलकित आर्य समेत तीनों आरोपियों को जमकर पीटा।
इतना ही नहीं गुस्साए ग्रामीणों ने पुलिस की गाड़ी पलटने का प्रयास भी किया। भीड़ के आगे चंद पुलिसकर्मी असहाय नजर आए। बमुश्किल आरोपियों की जान बचाई गई। कुछ देर और पुलिस वहां से ना निकलती तो गुस्साई भीड़ आरोपियों को पीट-पीट कर मौत के घाट उतार देती। पुलिस की गाड़ी में तोड़फोड़ भी की गई है और यह वीडियो और फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं।
दूसरी तरफ, अंकिता भंडारी की निर्मम हत्या के विरोध मे उत्तराखंड कांग्रेस पूर्व महासचिव वरूण बालियान के नेतृत्व में कांग्रेसी कार्यकत्ताओ ने शंकर आश्रम से लेकर हत्यारे पुलकित के घर के समीप आर्यनगर चौक तक कैंडल मार्च किया और अंकिता की आत्मा की शांति को २ मिनट का मौन धारण किया। वरुण बालियान ने कहा की अंकिता के हत्यारो को सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए ताकी भविष्य मे कोई ऐसा अपराध करने से पूर्व कई बार सोचे। मार्च के दौरान लक्ष्य चौहान,करण शर्मा,अमित चंचल,अमन शर्मा,सुनिल कुमार,नीतू बिष्ट,पार्षद इसरार, रियाज अंसारी,शहाबुद्दीन,मधुसुधन, हेमंत चंचल,रवि आंनद,अकित चौधरी,मुकुल चौहान, रोहित मेहरा,भूपेंद्र वशिष्ट,सूरज आदी सैकडो कार्यकर्ता मौजूद रहे।