
पंचनामा-ब्यूरो
हरिद्वार: प्लॉट दिलाने के नाम पर लाखों की ठगी करने वाला पहचान छिपाकर सब्जी विक्रेता बना था, लेकिन उसकी ये चालाकी हरिद्वार पुलिस के सामने नहीं टिक सकी। रानीपुर पुलिस ने 5 हजार के फरार इनामी को राजस्थान से दबोच लिया।दरअसल इन दिनों पुलिस कप्तान प्रमेन्द्र डोबाल के निर्देश पर जनपद भर में फरार इनामी अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है। इसी अभियान के तहत रानीपुर कोतवाली प्रभारी कमल मोहन भंडारी और सीआईयू प्रभारी नरेंद्र सिंह बिष्ट के नेतृत्व में पुलिस टीम ने राजस्थान से एक 5 हजार के इनामी फरार आरोपी को गिरफ्तार किया है जिसे न्यायालय के समक्ष पेश किया गया।
पुलिस के मुताबिक अगस्त 2021 में कोतवाली रानीपुर, में वादी पप्पू सिंह पाटिल ने नामजद आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया था। इन पर आरोप था कि इन्होंने भूमि विक्रय के नाम पर 40 लाख रुपये की ठगी की है।
रानीपुर पुलिस ने नामजद मुख्य आरोपी और प्रॉपर्टी डीलर सत्यप्रकाश की काफी तलाश की, लेकिन उसका कोई स्थायी पता न होने और लगातार ठिकाने बदलने के कारण वह गिरफ्तारी से बचता रहा। वर्ष 2021 से फरार चल रहे सत्यप्रकाश पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने ₹5000 का इनाम घोषित किया।
पुलिस की लगातार कोशिशों और सीआईयू हरिद्वार के सहयोग से उसे स्टेशन रामगंज मंडी, कोटा, राजस्थान के पास से गिरफ्तार कर लिया गया।
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कैसे पकड़ में आया आरोपी…..सत्यप्रकाश, जो मूल रूप से ग्राम नगला डूंगर, थाना नारखी, जनपद फिरोजाबाद, उत्तर प्रदेश का निवासी है, अपनी पहचान छिपाकर मथुरा में किराए के मकान में रह रहा था और सब्जी बेचने का काम कर रहा था। पुलिस को जानकारी मिली कि वह रामगंज मंडी, राजस्थान में साबुत धनिया की डीलिंग कर रहा है।
इसी दौरान उसे धर दबोचा गया। पूछताछ में सत्यप्रकाश ने स्वीकार किया कि उसने हरिद्वार में प्लॉटिंग के नाम पर धोखाधड़ी कर लाखों रुपये ठगे थे। उसने यह भी बताया कि इन पैसों में से कुछ उसने खुद खर्च किए, जबकि बाकी रकम अपने दामाद और नामजद आरोपी रजनीश को दे दी।
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कोतवाली रानीपुर पुलिस टीम…
1:- एसएचओ रानीपुर: कमल मोहन भंडारी
2:- उपनिरीक्षक: विकास रावत
3:- हेड कांस्टेबल: गोपीचंद
4:- कांस्टेबल: दीप गौड़
5:- कांस्टेबल: इंद्र सिंह
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सीआईयू हरिद्वार टीम…..
1:- निरीक्षक नरेंद्र सिंह बिष्ट, प्रभारी सीआईयू
2:- कांस्टेबल: वसीम