
पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: लोडर में दो दुधारू गाय लेकर जा रहे लालतप्पड़ देहरादून के एक गौपालक को हरिद्वार में हिंदूवादी कार्यकर्ताओं ने पकड़ लिया। बताया गया है कि गोपालक और लोडर चालक को मुस्लिम गौ तस्कर समझ कर कार्यकर्ताओं ने इस कदर पीटा कि उसका हाथ तोड़ दिया। इसके बाद कार्यकर्ता लोडर को कोतवाली लेकर पहुंचे यहां पूछताछ में गौपालक के हिंदू निकलने पर पूरी तस्वीर ही बदल गई। पुलिस ने घायल गोपालक की शिकायत पर कार्यकर्ताओं के खिलाफ जानलेवा हमला समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है। फिलहाल दो कार्यकर्ताओं को हिरासत में भी ले लिया गया है। संगठन के कई कार्यकर्ताओं ने भी कोतवाली में डेरा डाला हुआ है।
पुलिस के मुताबिक, कुश यादव निवासी लालतप्पड़ देहरादून गोपालक है और उसने अपनी दो दुधारू गाय अनिल चौहान खेलड़ी बहादराबाद को बेची थी। सौदा तय होने के बाद कुश यादव लोडर में दोनों गायों को लेकर देहरादून से बहादराबाद जा रहा था।

हिंदूवादी संगठन से जुड़े अमित मुल्तानिया व उसके साथियों को लगा कि गाय कोई मुस्लिम व्यक्ति लेकर जा रहा है। जिस पर उन्होंने लोडर का पीछा करते हुए ज्वालापुर में हाईवे पर रानीपुर झाल के पास लोडर को रोक लिया और पूछताछ शुरू कर दी। गाय मालिक कुश यादव ने बताया कि वह दुधारू गाय खेलड़ी गांव लेकर जा रहा है। आरोप है कि कार्यकर्ताओं ने उसकी एक नहीं सुनी और जमकर पिटाई शुरू कर दी। इसके बाद कार्यकर्ता खुद लोडर को ज्वालापुर कोतवाली लेकर पहुंचे। पुलिस ने पूछताछ की तो गौ पालक ने पूरी कहानी बताई। पुलिस ने गाय खरीदने खेलडी बहादराबाद से अनिल चौहान को भी कोतवाली बुलाया। पूछताछ में मामला गौ तस्करी के बजाए दुधारू गायों की खरीद-फरोख्त का निकला। पीड़ित गौपालक ने हमले का आरोप लगाते हुए पुलिस को तहरीर दी।
कार्यकर्ताओं के हमले में उसके हाथ की हड्डी भी टूट गई। पुलिस ने तहरीर के आधार पर धारा 307 और बलवा आदि धाराओं में मुकदमा दर्ज करते हुए अमित मुल्तानिया व उसके एक साथी को हिरासत में ले लिया है। सूचना पर बड़ी संख्या में कार्यकर्ता कोतवाली पहुंचे। सूत्र बताते हैं कि यहां कुछ युवकों ने पीड़ित पर दबाव बनाने का प्रयास भी किया। लेकिन बात नहीं बनी। फिलहाल पुलिस पीड़ित का मेडिकल कराने की तैयारी कर रही है। एसपी सिटी स्वतंत्र कुमार सिंह ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। आरोपियों से पूछताछ की जा रही है। नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।

लंपी से मरने वाली गायों पर सन्तों-संगठनों में चुप्पी……
हरिद्वार: लोडर को बीच सड़क पर रोककर दबंगई दिखाते हुए मारपीट करने की घटना को लेकर कई सवाल खड़े हो रहे हैं। कार्यकर्ताओं ने कानून को जमकर ठेंगा दिखाया। लेकिन सवाल यह भी है कि कार्यकर्ताओं को लोडर में लदी गाय नजर आ गई, पूरे मामले की तस्वीर किए बिना गोपालक का हाथ तोड़ दिया गया, लेकिन लंपी बीमारी के कारण शहर में जगह-जगह भटक रही घायल गाय संगठनों को नजर नहीं आती। फिलहाल भी धर्मनगरी हरिद्वार से लेकर औद्योगिक क्षेत्र सिडकुल तक सैकड़ों गाय सड़क किनारे भटक रही हैं, मगर अधिकांश संगठनों और संतो ने चुप्पी साधी हुई है। हरिद्वार में इकलौते संगठन “भैरव सेना की ओर से बुधवार को चरणजीत पाहवा के नेतृत्व में थाली-चम्मच बचाकर सरकार को जगाने का प्रयास जरूर किया गया है।