उत्तराखंड

आदेशों की अवहेलना करने पर पुलिस कप्तान ने दिया अनोखा दंड, दो कोतवाल छह घंटे के लिए कार्यालय अटैच..

हिदायत के बावजूद बिना जांच दर्ज किए धोखाधड़ी के मामले, राइट टाइम लाने को एसएसपी अजय सिंह ने लिया एक्शन..

पंच👊🏻नामा-ब्यूरो
देहरादून: आदेश की अवहेलना करना देहरादून के दो कोतवाली प्रभारियों को महंगा पड़ गया। पुलिस कप्तान अजय सिंह ने दोनों को अनोखा दंड देते हुए छह घंटे के लिए पुलिस कार्यालय अटैच कर दिया। मामला देहरादून शहर कोतवाली और रायवाला कोतवाली से जुड़ा है।चार्ज संभालने के बाद एसएसपी अजय सिंह की इस पहली और अनोखी कार्रवाई से जिला पुलिस में हड़कंप मच गया।

फाइल फोटो: अजय सिंह (एसएसपी देहरादून)

एसएसपी अजय सिंह ने जनपद के विभिन्न थानो में पंजीकृत धोखाधड़ी, कूटरचना व आर्थिक अपराधों से जुड़े मुकदमों की समीक्षा की। जिसमें पता चला कि कुछ मुकदमें काफी समय से लम्बित हैं।

काल्पनिक फोटो

इसके पीछे वजह ढूंढने पर यह तथ्य सामने आया कि इन मुकदमों को बिना किसी प्रारम्भिक जांच के पंजीकृत किया गया है। जबकि वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक की ओर से सभी थाना प्रभारियों को साफ तौर पर निर्देश दिए गए हैं कि धोखाधड़ी, कूटरचना व आर्थिक अपराधों से सम्बन्धित शिकायती प्रार्थना पत्रों पर प्रारम्भिक जांच करते हुए रिपोर्ट को उच्चधिकारियों के संज्ञान में लाएं, इसके बाद ही मुकदमें पंजीकृत किए जाएं।

काल्पनिक फोटो

स्पष्ट आदेश होने के बावजूद शहर कोतवाली प्रभारी राकेश गोसाई व रायवाला कोतवाली प्रभारी होशियार पखोली ने उच्चाधिकारियों के संज्ञान में लाए बगैर अपनी-अपनी कोतवाली में धोखाधड़ी के मुकदमें दर्ज कर लिए। एसएसपी अजय सिंह ने इस लापरवाही का कड़ा संज्ञान लिया और कार्यशैली में सुधार लाने की मंशा से उन्हें अनोखी सजा सुनाई।
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“चेतावनी देकर पूरी हुई सजा…

काल्पनिक फोटो

एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि दोनों कोतवाली प्रभारियों को प्रातः 11 बजे से शाम पांच बजे तक पुलिस कार्यालय में सम्बद्ध किया गया। दोनों प्रभारियों को निर्देशित किया गया कि गंभीर/महत्वपूर्ण अपराधों को पंजीकृत करने से पूर्व उच्चाधिकारियों के संज्ञान में अवश्य लाया जाए। चेतावनी भी दी गई है कि आदेशो की अवहेलना करने वालो के विरुद्ध सख्त दंडात्मक कार्यवाही की जाएगी। अन्य थाना कोतवाली प्रभारियों को भी इस संबंध में फिर से आगाह कर दिया गया है।

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