अपराधहरिद्वार

सीएम कार्यालय में जान पहचान बताकर नौकरी के नाम पर पढ़े-लिखे बेरोजगारों से ठगी, पुलिस ने दबोचा पोस्ट ग्रेजुएट ठग..

पूर्व मकान मालिक सहित कइयों को बनाया शिकार, पुलिस कप्तान के निर्देश पर हुई त्वरित कार्रवाई, जूर्स कंट्री से बरामद हुए फर्जी मुहर व नियुक्ति पत्र..

पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: मुख्यमंत्री कार्यालय में जान पहचान होने का हवाला देकर पीडब्ल्यूडी में नौकरी लगवाने के नाम पर लाखों रुपए की धोखाधड़ी करने वाले शातिर को पुलिस ने धर दबोचा। मूल रूप से बागेश्वर निवासी आरोपी ने कनखल में अपने पूर्व मकान मालिक सहित कई पढ़े लिखे बेरोजगारों को धोखाधड़ी का शिकार बना डाला। पुलिस कप्तान प्रमेंद्र डोबाल के निर्देश पर हरकत में आई कनखल पुलिस ने मुकदमा दर्ज करने के 24 घंटे के भीतर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। ज्वालापुर जूस कंट्री स्थित उसके फ्लैट से कंप्यूटर, लैपटॉप, मोबाइल फोन, फर्जी नियुक्ति पत्र और फर्जी मोहरें बरामद हुईं। एसएसपी ने कनखल थानाध्यक्ष मनोज नौटियाल व उनकी टीम को शाबाशी दी है।
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फर्जी ईमेल आईडी बनाकर भेजे जॉइनिंग लेटर……एसपी सिटी पंकज गैरोला ने बताया कि कृष्णानगर, कनखल निवासी प्रतीक मदान ने बीती 23 फरवरी को थाना कनखल में शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने बताया कि उनके पूर्व किरायेदार हिमांशु कुमार ने उन्हें और उनके रिश्तेदारों को PWD चंबा टिहरी में अकाउंटेंट पद पर नियुक्ति दिलाने का झांसा देकर 3,70,000 रुपये हड़प लिए।आरोपी ने मुख्यमंत्री उत्तराखंड के फर्जी लेटर पैड और PWD विभाग की फर्जी ईमेल आईडी (pwd.chambauk@gmail.com) से फर्जी नियुक्ति पत्र भेजकर भरोसा दिलाया। लेकिन जब पीड़ित ने PWD चंबा कार्यालय में नियुक्ति पत्र की जांच करवाई तो यह फर्जी निकला। जब पीड़ित ने आरोपी से संपर्क करने की कोशिश की, तो उसने मोबाइल स्विच ऑफ कर लिया और फरार हो गया। शिकायत के आधार पर कनखल थाना पुलिस ने संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की।

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पोस्ट ग्रेजुएट है शातिर ठग……कनखल थानाध्यक्ष मनोज नौटियाल के नेतृत्व में गठित पुलिस की टीम ने गुरुकुल कांगड़ी के पास से आरोपी हिमांशु कुमार को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने जब उसके फ्लैट (जूर्स कंट्री, ज्वालापुर) की तलाशी ली, तो वहां से कंप्यूटर, लैपटॉप, मोबाइल फोन, फर्जी नियुक्ति पत्र और फर्जी मोहरें बरामद हुईं। पूछताछ में खुलासा हुआ कि हिमांशु कुमार पोस्ट ग्रेजुएट है और 2017 में नौकरी की तलाश में हरिद्वार आया था। वह 2017 से 2021 तक शिकायतकर्ता प्रतीक मदान के मकान में किरायेदार था। प्रतीक मदान और उनके परिवार की सरकारी नौकरी की चाहत का फायदा उठाते हुए उसने खुद को सरकार के उच्च पदस्थ लोगों से जुड़ा बताया। आरोपी ने बैकडोर भर्ती के नाम पर 3.70 लाख रुपये एडवांस में ले लिए। जब नौकरी नहीं लगी और लोग पैसा वापस मांगने लगे, तो आरोपी ने मुख्यमंत्री कार्यालय और PWD विभाग की फर्जी मेल आईडी बनाकर फर्जी नियुक्ति पत्र भेजना शुरू कर दिया।
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फर्जीवाड़े के लिए था प्लान-B भी तैयार….!पुलिस को आरोपी के मोबाइल से नैनीताल हाईकोर्ट की फर्जी मोहर भी मिली। पूछताछ में उसने कबूल किया कि अगर शिकायतकर्ता नौकरी न लगने पर सवाल उठाता, तो वह PWD की फर्जी ईमेल आईडी से हाईकोर्ट का फर्जी स्टे ऑर्डर भेजने वाला था, जिसमें लिखा होता कि बैकडोर भर्तियों पर कुछ समय के लिए रोक लगा दी गई है।
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आरोपी का प्रोफाइल….
नाम: हिमांशु कुमार
पिता का नाम: सुंदर लाल
निवासी: ग्राम क्वाटोली, कपकोट, बागेश्वर (वर्तमान में जुर्स कंट्री, ज्वालापुर)
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बरामदगी….
1:- कंप्यूटर (सीपीयू + मॉनिटर)
2:- लैपटॉप – 01
3:- मोबाइल फोन – 01
4:- फर्जी मोहरें – 02
5:- फर्जी नियुक्ति पत्र और अन्य दस्तावेज
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हरिद्वार पुलिस के लिए बड़ी सफलता…..हरिद्वार पुलिस ने इस मामले में तेजी से कार्रवाई करते हुए आरोपी को सलाखों के पीछे भेज दिया। कप्तान प्रमेन्द्र सिंह डोबाल के नेतृत्व में पुलिस अपराधियों के खिलाफ लगातार शिकंजा कस रही है। पुलिस टीम में थानाध्यक्ष मनोज नौटियाल, उपनिरीक्षक अमित नौटियाल, हेड कांस्टेबल जितेंद्र, कांस्टेबल संजू सैनी व कांस्टेबल सतेंद्र शामिल रहे।

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