पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: जिले की साइबर क्राइम सेल और एसओजी टीमों को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। सीओ ऑपरेशन निहारिका सेमवाल के नेतृत्व में तीन पुलिस टीमों ने अलग-अलग क्षेत्रों से खोए हुए 184 मोबाइल फोन बरामद कर दीपावली से पहले पीड़ितों के चेहरों पर त्योहार जैसी खुशियां लौटा दी। पुलिस कप्तान डॉ योगेंद्र सिंह रावत ने शुक्रवार को जिला पुलिस मुख्यालय पर प्रेस कांफ्रेंस के बाद पीड़ितों को उनके मोबाइल फोन सौंपे। गुम होने के महीनों बाद बरामदगी की उम्मीद छोड़ चुके लोगों को जब उनके मोबाइल हाथ में वापस मिले तो दिल बाग-बाग हो गए और उन्होंने पुलिस को हृदय से धन्यवाद दिया।जिला पुलिस मुख्यालय पर प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पुलिस कप्तान डा. योगेंद्र सिंह रावत ने बताया कि कांवड़ मेले के दौरान व अलग-अलग थाना क्षेत्रों से खोए हुए मोबाइल रिकवर करने के लिए पुलिस उपाधीक्षक ऑपरेशन निहारिका सेमवाल के निर्देशन में साइबर क्राइम सेल एसओजी हरिद्वार और एसओजी रुड़की की तीन टीमों ने अभियान चलाया। आईएमइआई नंबर ट्रैक करने पर बड़ी संख्या में मोबाइल फोन अलग-अलग राज्यों में चलते मिले। पुलिस टीमों ने उनसे संपर्क करते हुए हरिद्वार के अलग-अलग थाना क्षेत्रों से मोबाइल गुम होने की जानकारी दी। अभियान चलाकर पुलिस टीमों ने कुल 184 मोबाइल फोन बरामद कर लिए। इनमें साइबर क्राइम सेल व एसओजी हरिद्वार ने मिलकर 141 और एसओजी रुड़की ने 43 मोबाइल फोन बरामद किए हैं। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डा योगेंद्र सिंह रावत ने बताया कि इनमें कुछ मोबाइल फोन कावड़ यात्रियों के थे। अधिकांश मोबाइल फोन गुम होने के बाद या तो आगे भेज दी गई थी या फिर कुछ समय तक स्विच ऑफ करने के बाद उनको इस्तेमाल किया जा रहा था। 70 फीसद मोबाइल फोन अलग-अलग राज्यों से रिकवर किए गए हैं। जिला पुलिस मुख्यालय पर प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद इन सभी 184 पीड़ितों को उनके मोबाइल फोन सौंप दिए गए। जिससे उनके चेहरे खुशी से खिल उठे। अधिकांश पीड़ित अब मोबाइल वापस मिलने की उम्मीद छोड़ चुके थे। लेकिन जैसे ही पुलिस ने उन्हें कॉल कर मोबाइल बरामद होने की जानकारी दी तो वह खुशी से झूम उठे। मोबाइल फोन मिलने पर लक्सर निवासी मंयक देव, देहरादून निवासी जगपाल सिंह, मनप्रीत प्रजापति निवासी ज्वालापुर, नाथीराम कश्यप निवासी ज्वालापुर, बहादराबाद निवासी महेश, कनखल निवासी नरेन्द्र निगम आदि पीड़ितों ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ योगेंद्र सिंह रावत और पुलिस टीमों को धन्यवाद देते हुए आभार जताया। मोबाइल फोन बरामद करने वाली पुलिस टीमों में साइबर क्राइम सेल एसओजी प्रभारी निरीक्षक नरेन्द्र बिष्ट, रुड़की एसओजी प्रभारी जहांगीर अली, साइबर क्राइम सेल में तैनात कांस्टेबल शक्ति सिंह गुसाईं, अरुण कुमार, योगेश कैंथोला, एसओजी हरिद्वार से कांस्टेबल विवेक यादव, एसओजी रुड़की से अशोक, महिपाल, नितिन व उमेश शामिल रहे।—————————————-
सैकेंड हैंड मोबाइल खरीदने में बरतें सावधानी…..
सीओ ऑपरेशन निहारिका सेमवाल ने बताया कि सैकेंड हैंड मोबाइल फोन खरीदने से पहले सावधानियां बरतनी जरूरी है। उन्होंने बताया कि जिन लोगों से यह मोबाइल मिले हैं, उनमें अधिकांश लोगों ने अलग-अलग जगहों से सैकेंड हैंड मोबाइल फोन खरीदे थे। बताया कि सर्विलांस टीमें इन मोबाइल फोन के आईएमइआई नंबर पर सिम एक्टिवेट होने का इंतजार कर रही थी और उनकी निगरानी की जा रही थी। जैसे ही मोबाइल ऑन हुए, पुलिस टीमों ने एक्टिवेट सिम धारकों से संपर्क किया। अधिकांश लोगों ने ईमानदारी से सैकेंड हैंड मोबाइल फोन खरीदने की बात स्वीकार करते हुए कुरियर से मोबाइल फोन भेज दिए।-
——–
Company name
Vivo 47
Oppo 34
Relame 33
Redmi 29
Samsung 20
Oneplus 06
Infinix 03
Lava 02
Techno 02
Moto 02
Poco 01
Itel 01
Iqoo 01
Asus 01
Intex 01
Iphone 01
Total 184