
पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: भारतीय जनता पार्टी में अब अलग-अलग मोर्चों में अध्यक्षों की तैनाती की तैयारी शुरू हो गई है। ऐसा बताया गया है कि महिला मोर्चा में एक विवादित नेत्री को कमान सौंपने की तैयारी की जा रही है। कनखल क्षेत्र निवासी महिला नेत्री के खिलाफ पूर्व में मुकदमा भी दर्ज हो चुका है। महिला नेत्री का पार्टी से कोई खास सरोकार भी नहीं है। खास बात सिर्फ यह है कि वह एक पूर्व कैबिनेट मंत्री की करीबी है। इसको लेकर कार्यकर्ताओं में कानाफूसी के साथ ही कई सवाल भी खड़े हो रहे हैं।
भाजपा ने पिछले दिनों पूरे प्रदेश के जिलों में अध्यक्षों की तैनाती की थी। बाद में अध्यक्षों ने अपनी कार्यकारिणी घोषित की। अब महिला मोर्चा व युवा मोर्चा समेत अन्य शाखाओं की जिम्मेदारियां बांटने का नंबर है। ऐसा बताया गया है कि कनखल थाना क्षेत्र में रहने वाली एक विवादित भाजपा नेत्री को महिला मोर्चा का अध्यक्ष बनाए जाने की तैयारी चल रही है।
जबकि महिला नेत्री का ना सिर्फ पार्टी के अंदर, बल्कि बाहर भी विरोध है। कार्यकर्ताओं में कानाफूसी शुरू हो गई है। कार्यकर्ता सवाल उठा रहे हैं कि जब पार्टी में कर्मठ और निष्ठावान कार्यकर्ता मौजूद है फिर किसी विवादित को मोर्चे की कमान क्यों दी जाए। सवाल इसलिए भी उठ रहा है कि विवादित महिला नेत्री का कोई योगदान संगठन में नहीं है।
बिना किसी गुट में शामिल हुए पार्टी की सेवा करने वाले कार्यकर्ताओं को यह बात उचित नहीं लग रही है कि सिर्फ पूर्व कैबिनेट मंत्री की करीबी होने के नाते किसी विवादित महिला को महिला मोर्चा की जिम्मेदारी दी जाए। ऐसा होने पर समर्पित कार्यकर्ताओं की न सिर्फ अनदेखी होगी, बल्कि उनका मनोबल भी गिरेगा। फिलहाल यह मामला चर्चा का विषय बना हुआ है।