हरिद्वार में नशे के खिलाफ बड़ी जंग की तैयारी, सरंक्षण देने वाले आकाओं की भी खैर नहीं..
मुख्यमंत्री के निर्देश पर शुरू हुआ ड्रग्स फ्री देवभूमि अभियान, एडीजी ने हरिद्वार पहुंचकर बनाई रणनीति..

पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: धर्मनगरी में नशे के धंधेबाजों के दिन अब लदने वाले हैं। साथ ही उनको सरंक्षण देने वाले आकाओं की राजनीतिक दुकान पर भी संकट के बादल मंडराते नजर आ रहे हैं। दरअसल, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर पुलिस ने नशे के खिलाफ एक बड़ी जंग की तैयारी कर ली है। शुक्रवार को एडीजी लॉ एंड आर्डर वी मुरुगेशन ने खुद हरिद्वार पहुंचकर इस संबंध में जिले के पुलिस अधिकारियों की बैठक ली और अभियान की जानकारी देते हुए थाना स्तर पर टीमें गठित कर नशे के खिलाफ युद्ध स्तर पर कार्रवाई के निर्देश दिए।
चूंकि अभियान सीधे तौर पर सीएम के निर्देश पर शुरू होने जा रहा है और पुलिस के तेवर तल्ख हैं, इससे साफ है कि हरिद्वार के गली मौहल्ले और बस्तियों में शराब, चरस, स्मैक आदि नशे के धंधेबाजों को सरंक्षण देकर अपनी राजनीतिक दुकान चलाने वालों के लिए भी आने वाला वक्त और मुश्किलों से भरा होने वाला है।
सीसीआर में हुई बैठक में एडीजी लॉ एंड आर्डर वी मुरुगेशन ने बताया कि मुख्यमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट के अंतर्गत 2025 तक नशे को देवभूमि उत्तराखंड से मुक्त करने की मुहिम के तहत हर थाना क्षेत्र में टीमें गठित करते हुए आमजन, जनप्रतिनिधियों, स्कूलों व एनजीओ के सहयोग से अभियान चलाकर कार्रवाई करनी है। साथ ही जन जागरुकता के तहत लोगों को यह बताना है कि नशा बहुत तेजी से युवा पीढ़ी को अपनी गिरफ्त में ले रहा है। लगभग हर घर में नशे की आग लगी है। अगर इसे जल्दी नहीं रोका तो अगला घर हमारा ही होगा। डीआईजी गढ़वाल करन सिंह नगन्याल ने कहा कि सभी प्रभारी इस मीटिंग के बाद जाकर अपने-अपने थाना क्षेत्र में मीटिंग करें और नशे से संबधित अभियुक्ति के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई करें। ताकि हमारा समाज नशा मुक्त होकर एक स्वस्थ देवभूमि बन सके। पुलिस कप्तान डा योगेंद्र सिंह रावत ने कहा कि युवाओं का आने वाला कल सुरक्षित करने के लिए नशे के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई करें। गलत काम करने वाला चाहे कोई भी हो, उसे किसी सूरत बख्शा न जाए।
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नशे के खिलाफ आंदोलन को समर्थन जारी…..
हरिद्वार: धर्मनगरी में नशे को लेकर पुलिस प्रशासन के खिलाफ युवा जागृति मिशन का आमरण अनशन तीसरे दिन भी जारी रहा। तीसरे दिन संत मण्डल आश्रम के महामंडलेश्वर राममुनि महाराज, पूर्व राज्यमंत्री संजय सहगल ने अपना समर्थन दिया। परशुराम अखाड़े के संरक्षक बाबा हठयोगी, महंत दुर्गादास, महंत विषणु दास, महंत प्रेमदास, अधीर कौशिक ने भी साथियों सहित आंदोलन को समर्थन दिया। कनखल प्रजापति समाज ने अपने प्रधान सुनील प्रजापति, आदित्य, मुकेश, सर्वेश्वर प्रजापति इत्यादि ने भी समर्थन दिया। आमरण अनशन स्थल पर वरिष्ठ समाज सेवी जेपी बडोनी व नरेंद्र श्रमिक भी पहुंचे। अखिल भारतीय कठेरिया समाज के प्रदेश अध्यक्ष डा विपिन कठेरिया, जिला पंचायत सदस्य अंशुल भारद्वाज, होटल प्रयाग इन के जीएम नरेंद्र गिरी, एबीवीपी के पूर्व जिला संयोजक आदित्य गौड आदि ने भी अनशन को पूर्ण समर्थन दिया। राजेश अग्निहोत्री, मनीष चौहान के साथ युवा जाग्रति विचार मंच के सदस्य पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष कमल जोहरा भी अनशन में बैठे। सहयोगियों में मुख्य रूप से दीपक गौनियाल, राजेश अग्निहोत्री, प्रवीण शर्मा, विकास प्रधान, विवेक कौशिक, हिमांशु राजपूत, अंकित शर्मा, जयप्रकाश, सतपाल सिंह, नितिन करनवाल, आशीष पंवार, आकाश शर्मा, निखिल भारद्वाज, रजत त्रिपाठी, करन भारद्वाज, आशु मालिक, बंटी, विशाल भारद्वाज, आदित्य तोमर, नकुल मालिक, अमित चौहान, श्रवण चौहान, मोनू राठी, तुषार, सचिन गौतम, मोनू गुज्जर, श्रेय प्रधान, विकास प्रधान, सचिन शर्मा शामिल रहे।