पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: हरिद्वार: जेल में रामलीला के दौरान दो कैदियों के फरार होने के मामले में शुरुआती तौर पर जेल कर्मियों की बड़ी लापरवाही सामने आई है। दरअसल जेल में इन दोनों रामलीला के साथ-साथ एक निर्माण कार्य भी चल रहा है।
फरार होने वाले कैदियों ने पहले जेल की दीवार पर सीढ़ी लगाकर बगल में स्थित रोशनाबाद पुलिस लाइन में छलांग लगाई। इसके बाद दोनों फरार हो गए। घटना के बाद प्रदेश भर में मचे हड़कंप के बीच जिलाधिकारी कर्मेंद्र सिंह और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रमेंद्र डोबाल ने अधीनस्थों के साथ जय पहुंचकर घटना की जानकारी ली। मौके पर डॉग स्क्वायड और फोरेंसिक टीम को भी बुलाया गया। जिलाधिकारी ने पूरे मामले की न्यायिक जांच के आदेश भी दिए हैं। वहीं, पुलिस कप्तान ने दोनों कैदियों की धर पकड़ के लिए पुलिस और एसओजी को मिलकर टीम का गठन किया है।
रुड़की निवासी पंकज हत्या के मामले में उम्रकैद की सजा काट रहा था। जबकि गोंडा उत्तर प्रदेश निवासी रामकुमार अपहरण के मामले में विचाराधीन कैदी था। शुक्रवार की शाम जेल में रामलीला के दौरान पंकज और रामकुमार निर्माणाधीन साइट से लकड़ी की सीढ़ी उठाकर पीछे की तरफ पहुंचे और दीवार पर चढ़कर पुलिस लाइन में छलांग लगा दी।
इसके बाद दोनों भाग निकले। रामलीला संपन्न होने के बाद कैदियों को बैरकों में भेजने के लिए जब गिनती की गई तो दो कैदी कम पाए गए। इससे जेल में हड़कंप मच गया। शनिवार को डीएम-एसएसपी ने अधीनस्थ अधिकारियों के साथ जेल पहुंचकर घटना की पूरी जानकारी जुटाई। कैदियों से पूछताछ के अलावा बंदी रक्षकों से भी जानकारी ली। जेल प्रशासन की लापरवाही और सुरक्षा में खामियों पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
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जेल अधीक्षक की छुट्टी का उठाया फायदा……
जेल के वरिष्ठ अधीक्षक मनोज कुमार आर्य छुट्टी पर बताए गए हैं। यह जानकारी जेल स्टाफ के अलावा कैदियों को भी रही होगी। यही वजह है कि उन्होंने फरार होने के लिए अधीक्षक की छुट्टी होने का दिन चुना। इसके अलावा जेल में समय-समय पर होने वाले कार्यक्रमों में बाहरी लोगों की मौजूदगी पर भी जिलाधिकारी ने जांच की बात कही है।मीडिया से बातचीत में जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने बताया कि जेल अधिकारियों से घटना की पूरी रिपोर्ट तलब की है और फरार कैदियों की तलाश के लिए बड़े पैमाने पर अभियान चलाया जा रहा है। साथ ही सुरक्षा व्यवस्था को कड़ा करने के निर्देश दिए हैं।