
पंच👊नामा-ब्यूरो
देहरादून: स्पा सेंटर की आड़ में जिस्मफरोशी के धंधे का देहरादून पुलिस ने भंडाफोड़ करते हुए महिला मैनेजर समेत दो आरोपी को गिरफ्तार किया है। पैसों का लालच देकर देहव्यापार के धंधे में धकेली गई तीन युवतियों का रेस्क्यू भी किया गया है। स्पा सेंटर का मालिक फरार है। जिसकी तलाश की जा रही है।

पुलिस कप्तान अजय सिंह को मिली गुप्त सूचना के आधार पर दून पुलिस ने यह कार्रवाई की है। वहीं, दूसरी ओर चाकू की नोक पर लूट की घटना को अंजाम देने वाले तीन शातिर आरोपियों को देहरादून पुलिस ने एसएसपी अजय सिंह की ओर से जारी 24 घण्टे के अल्टीमेटम के भीतर गिरफ्तार कर घटना का पर्दाफाश किया है। बदमाशों के कब्जे से लूट की रकम समेत घटना में इस्तेमाल चाकू और स्कूटी को भी बरामद कर ली गई है। आरोपियों को जेल भेज दिया गया है।
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“मसाज की आड़ में चल रहा था धंधा…..
देहरादून एसएसपी अजय सिंह को गोपनीय सूचना मिली थी कि कुछ स्पा सेंटरों की आड़ में अनैतिक कार्य किए जा रहे है। जिसपर पुलिस कप्तान अजय सिंह ने एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट (AHTU) को सपा सेंटरों पर औचक छापेमारी कर आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए थे।

टीम ने चकराता रोड़ स्थित स्पा सेंटर पर छापेमारी की, इस दौरान “डिलाइट स्पा सेंटर” पर मसाज की आड़ में एक व्यक्ति अनैतिक देहव्यापार में पकड़ में आया, साथ ही तीन युवतियां भी स्पा सेंटर पर मिली। चेकिंग के दौरान स्पा सेंटर पर कई आपत्तिजनक चीजें बरामद हुई, जिसपर स्पा सेंटर की महिला मैनेजर और एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया।

पुलिस पूछताछ में सामने आया कि स्पा सेंटर का मालिक सहारनपुर निवासी मनोज कुमार महिलाओं को पैसों का लालच देकर स्पा सेंटर की आड़ में काफी समय से अनैतिक देहव्यापार का कार्य कराया रहा था। इस काम के लिए मनोज कुमार ने महिला मैनेजर इरम को रखा था, जो आने वाले ग्राहकों को मसाज के साथ एक्सट्रा सर्विस के बारे में बताती थी, जिसकी एवज में 800 रुपये से एक हजार रुपये लिए जाते थे।

इसके बाद ग्राहक की पसंद पर लड़की को रूम में भेज दिया जाता था। जहां एक्स्ट्रा सर्विस के एवज में 2 से 4 हजार रुपये तक लिए जाते थे ये सारा काम महिला मैनेजर इरम देखती थी। एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि पुलिस ने स्पा सेंटर पर मौजूद तीन युवतियों का भी रेस्क्यू किया है जिन्हें पैसों का लालच देकर देहव्यापार के धंधे में धकेला गया था।

वही स्पा सेंटर का मालिक मनोज कुमार फरार है जिसकी तलाश की जा रही है। एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट टीम में उपनिरीक्षक मनमोहन सिंह नेगी, हेडकॉस्टेबल नरेंद्र बिष्ट, धर्मेंद्र, महिला कांस्टेबल रैना रावत, चौकी इंचार्ज शेंकी कुमार शामिल रहे।
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नशे की लत पूरी करने को करते थे लूट…..
बुधवार की शाम देहरादून के रायपुर क्षेत्र स्थित सोमनाथ नगर के पास तीन अज्ञात लुटेरों ने सुहैल पुत्र मुन्ना निवास आजाद नगर कॉलोनी रायपुर से चाकू की नोक पर पर्स लूट की घटना को अंजाम दिया था। पीड़ित की शिकायत पर थानाध्यक्ष रायपुर मय पुलिस टीम के साथ घटनास्थल पहुँचे और जांचपड़ताल शुरू की। घटना से उच्चाधिकारियों को अवगत कराया गया।

एसएसपी अजय ने थानाध्यक्ष को 24 घंटे के अंदर घटना के अनावरण करने के निर्देश दिए, जिसको लेकर पुलिस टीम का गठन किया गया और अलग अलग टास्क पर टीम ने काम करते हुए घटनास्थल के आसपास लगें सीसीटीवी कैमरों को चैक किया।

सीसीटीवी वीडियो में घटना में एक सफेद रंग की स्कूटी का इस्तेमाल होना सामने आया, जिस संबंध में स्कूटी स्वामी की तलाश की गई, जो प्रियंका पुत्री अशोक कुमार निवासी ऋषिनगर के नाम पर पंजीकृत थी। गहनता से जांचपड़ताल करने पर स्कूटी सवार युवक की पहंचान प्रियंका के भाई आशु के रूप में हुई।

पुलिस टीम ने आशु को ऋषिनगर के पास से गिरफ्तार कर लिया। सख्ती से पूछने पर आरोपी आशु ने बताया कि वह नशे का आदि है और नशे की लत पूरी करने के लिए उसने अपने दोस्त रोहित व सौरभ के साथ मिलकर घटना को अंजाम दिया था।

पुलिस ने आरोपी रोहित और सौरभ को भी डीएल रोड़ पुल के पास से गिरफ्तार कर लिया। जिनके कब्जे से लूट की रुकम 48 सौ रुपये और आधार कार्ड, पैन कार्ड व चाकू बरामद कर लिया। घटना के इस्तेमाल की गई स्कूटी को भी सीज कर दिया गया।

गिरफ्तार तीनो आरोपी ऋषिनगर के रहने वाले है जिन्हें न्यायालय में पेश करने की तैयारी की जा रही है। एसएसपी अजय सिंह ने अल्टीमेटम के भीतर लूट का खुलासा करने पर पुलिस टीम को शाबाशी दी है।