बाबा को गंगा में जल समाधि देने का विरोध, पुलिस ने बाहर निकलवाया शव..
एनजीटी ने लगाई है गंगा में जलसमाधि देने पर रोक, गंगा सरंक्षण समिति ने दिखाई सजगता..
पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: उत्तरी हरिद्वार के सप्तऋषि क्षेत्र में कुछ बाबा एक बाबा के शव को जलसमाधि देने गंगा घाट पर पहुंचे। स्थानीय निवासियों ने इसका विरोध किया। उस समय तो बाबा वहां से शव वापस ले गए। शाम के समय चुपके से शव को गंगा में समाधि देकर निकल गए। चश्मदीदों की सूचना पर आस-पास के लोग इकट्ठा हो गए और पुलिस को सूचना दी। जिसके बाद पुलिस प्रशासन व गंगा सरंक्षण समिति के सदस्यों ने मिलकर शव को बाहर निकलवाया। बाद में शव को बाबाओं के सुपुर्द कर दिया गया। पुलिस ने उन्हेंं चेतावनी दी कि गंगा में जल समाधि न दी जाए।एनजीटी यानि नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने गंगा को प्रदूषित होने से बचाने के लिए जलसमाधि पर रोक लगाई हुई है। गंगा सरंक्षण समिति के अध्यक्ष के तौर पर जिलाधिकारी को इस संबंध में कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। शनिवार को उत्तरी हरिद्वार में एक बाबा की मौत हो गई। कुछ बाबा उसका शव लेकर जलसमाधि के लिए ठोकर नंबर 10 के समीप पहुंचे। स्थानीय निवासियों ने इसका विरोध किया। तब वह शव ले गए। लेकिन शाम के समय चुपचाप शव को गंगा में डाल दिया और स्थानीय निवासियों के विरोध करने के बावजूद चलते बने। सूचना पर गंगा सरंक्षण समिति के सदस्य मनोष निषाद, रामेश्वर गौड मौके पर पहुंचे और पुलिस प्रशासन के आला अधिकारियों को सूचना दी। तब तहसीलदार प्रियंका रानी की मौजूदगी में पुलिस ने बाबा का शव बाहर निकलवाया। मालूम करने पर बाबाओं को बुलाकर शव को उनके सुपुर्द कर दिया गया। शहर कोतवाल कुंदन सिंह राणा ने बताया कि दोबारा जल समाधि नहीं देने की हिदायत दी गई है।