पंच👊नामा-ब्यूरो
देहरादून: अंकिता भंडारी हत्याकांड और राजेन्द्र हत्याकांड मामले में प्रदर्शनकारियों के मुख्यमंत्री आवास तक पहुंचने के मामले में दो इंस्पेक्टर और एक दारोगा पर गाज गिर गई।
एसएसपी दलीप सिंह कुंवर ने कैंट कोतवाली के इंस्पेक्टर राजेंद्र सिंह, दारोगा जगत सिंह और ऋषिकेश के इंस्पेक्टर रवि कुमार सैनी को लाइन हाजिर कर दिया है।
तीनों के खिलाफ विभागीय जांच बैठा दी गई है। इसके अलावा प्रदर्शनकारी सीएम आवास तक न पहुंच पाए इसके लिए पुलिस विभाग की ओर से आसपास दो बैरियर बढ़ा दिए गए हैं, जहां पुलिस कर्मचारी तैनात रहेंगे।
वही हाथीबड़कला के निकट लगाई धारा 144 को सीएम आवास के बाहर भी लागू कर दिया गया है। दरअसल, विपिन हत्याकांड और अंकिता हत्याकांड से आक्रोशित लोग शनिवार को सीएम आवास कूच करने पहुंच गए थे।
मामले में बड़ी लापरवाही मानते हुए एसएचओ कैंट राजेंद्र रावत, एसएचओ ऋषिकेश रवि सैनी और कैंट थाने के दरोगा जगत सिंह को लाइन हाजिर किया गया। एसएसपी दलीप सिंह कुंवर ने कहा कि प्रदर्शनकारियों को आने से नहीं रोका गया। लापरवाही के मामले में कार्रवाई की गई है।
वही पुलिस ने राजेन्द्र हत्याकांड में आरोपी विनीत अरोड़ा और उसकी पत्नी पृथिव्या को अरेस्ट किया है। हत्या में इस्तेमाल किया गया बेसबॉल का बैट भी बरामद कर लिया गया। कोर्ट में पेश कर उन्हें जेल भेज दिया है।
देहरादून में पुलिसकर्मियों पर लगातार कार्रवाई
राजधानी में पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई का सिलसिला जारी है। राजेन्द्र हत्याकांड में शनिवार को ही एसएसपी ने लक्खी बाग चौकी प्रभारी को सस्पेंड किया था। अगले दिन मामला तूल पकड़ने पर दो इंस्पेक्टर और एक दारोगा कार्रवाई की भेंट चढ़ गए। जबकि प्रकरण में पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी पति पत्नी को गिरफ्तार भी कर लिया। इससे पूर्व भी कार्रवाई हुई है। चंद महीनों के भीतर लगभग 10 पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की जा चुकी है। इससे हड़कंप मचा हुआ है और पुलिसकर्मियों में तरह तरह की चर्चाएं बनी हुई हैं।