पंच👊नामा
पिरान कलियर: 17 रबीउल अव्वल को हजरत मखदूम अलाउद्दीन अली अहमद साबिर पाक के वालिद-ए-मोहतरम हजरत अब्दुल रहीम साहब के कुल शरीफ के बाद देर रात तक महफ़िल-ए-समा का आयोजन किया गया, जिसमे मसनदनशी रहे सज्जादा परिवार सदस्य शाह खालिक मिया ने महफ़िल की सरपरस्ती की, इस मौके पर पगड़ीबन्द कव्वाल बुलबुले हिन्द हबीब पेंटर के पोते गुलाम फरीद पेंटर समेत दूर दराज से आए मशहूर कव्वालों ने सूफ़ियाना कलाम पेश कर अकीदतमंदों को झूमने पर मजबूर कर दिया। गौरतलब है कि पिरान कलियर में विश्व प्रसिद्ध दरगाह हजरत मखदूम अलाउद्दीन अली अहमद साबिर पाक का 754 वा सालाना उर्स आज विधिवत रूप से 17 वी के बाद सम्पन्न हो गया है। रबीउल अव्वल की 17 तारीख को साबिर पाक के वालिद-ए-मोहतरम हजरत अब्दुल रहीम साहब का कुल शरीफ साबरी आस्ताने में पढ़ा गया। इसके बाद देर रात तक महफ़िल-ए-समा का आयोजन हुआ जिसमें दूर दराज से आए मशहूर कव्वालों ने साबिर पाक की शान में कलाम पढ़े। महफ़िल की सरपरस्ती शाह खालिक मियां साबरी ने की। इस दौरान पगड़ीबन्द कव्वाल बुलबुले हिन्द का खिताब हासिल करने वाले मरहूम हबीब पेंटर के पोते गुलाम फरीद पेंटर ने अपने कलाम पेश किए, जिसे सुनकर अकीदतमंद झूम उठे। महफ़िल के अंत मे खालिक मिया साबरी ने मुल्क में अमनो सलामती की दुआ कराई। इस मौके पर फैजान-ए-वाहिद खानकाह के गद्दीनशीन सैय्यद फरीद आलम साबरी, मुनव्वर अली साबरी, राशिद अली साबरी, राव सिकंदर, शफीक साबरी, शाह गाजी मिया, नियाजी अली, गुलशाद सिद्दीकी, पंजाब से आए राहुल आदि मौजूद रहे।