अपराधहरिद्वार

काठा पीर मेले में उर्स से पहले झगड़ा शुरू, दो गुटों में चले लात-घूंसे, अफ़रा तफरी..

तीन जून से शुरू होगा सालाना उर्स व मेला, वन विभाग की टीम ने किया जंगल में बने मजारों का सर्वे..

पंच👊नामा-ब्यूरो
नितिन गुड्डू, हरिद्वार ग्रामीण: काठा पीर का सालाना उर्स शुरू होने से पहले ही झगड़ों का दौर शुरू हो गया है। मेहंदी डोरी की रस्म के बाद शनिवार की रात युवाओं के दो गुटों में किसी बात को लेकर झगड़ा हो गया। जिसके बाद उनके बीच जमकर लात घूंसे चले। मेला ठेकेदार को वरीस अहमद और आजम अहमद खान ने मौके पर जाकर दोनों पक्षों को बमुश्किल शांत कराया। दरअसल सालाना उर्स और मेले की शुरुआत 3 जून से होने जा रही है। जिसमें हरिद्वार जिले के अलावा आस-पास के जनपदों से सर्व धर्म के ज़ायरीन व श्रद्धालु अपनी मन्नत-मुराद लेकर दरगाह पर पहुंचते हैं। उर्स के दौरान मेले में खाने-पीने और घरेलू जरूरतों के सामान के अलावा झूले और मनोरंजन के स्टाल भी लगाए जाते हैं। मेहंदी डोरी की रस्म पूरी होने के बाद दुकानें लग चुकी हैं और आसपास के ग्रामीण मेले में पहुंचने लगे हैं। शनिवार की रात अलग-अलग गांव के निवासी युवाओं के दो गुटों में मारपीट से अफरा-तफरी मच गई। ठेकेदारों ने बीच-बचाव कराते हुए झगड़ा शांत कराया। इस संबंध में शनिवार को ही एक प्रतिनिधिमंडल ने एसडीएम से मिलकर उर्स के दौरान झगड़ा, मारपीट रोकने और शांति व्यवस्था कायम करने की मांग को लेकर एक ज्ञापन दिया था।
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वन विभाग की टीम ने किया सर्वे……
हरिद्वार: सरकारी जमीनों पर बने कई धर्मस्थल हटवाने के बाद वन विभाग की टीम ने पथरी क्षेत्र के जंगल में जाकर सर्वे किया। पथरी रेलवे स्टेशन के पास स्थित मजार समेत रेलवे लाइन किनारे और जंगल में बनी कई मजारों को चिन्हित किया गया है। मजारों पर मौजूद सेवादारों और आसपास के लोगों से उनके बारे में जानकारी जुटाई गई। ऐसा बताया जा रहा है कि बहुत जल्द इस क्षेत्र में भी धर्मस्थल हटाने के लिए अभियान शुरू किया जाएगा। गौरतलब है कि कुछ दिन पहले प्रशासन में ज्वालापुर आर्यनगर स्थित चंदनवाले मजार को जेसीबी से ध्वस्त करा दिया था। हरिद्वार में हिल बाईपास मार्ग के समीप टाइगर रिजर्व वन क्षेत्र में बने झाबरी वाले मजार समेत कई मजारों पर नोटिस देकर उनसे संबंधित दस्तावेज मांगे गए हैं।

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