पुल्कित के रिसोर्ट पर आधी रात जेसीबी चलने पर सवाल, सीएम और डीएम के दावे जुदा..
मुख्य आरोपी के पिता विनोद आर्य व भाई अंकित आर्य भाजपा से निष्कासित, एम्स ऋषिकेश में डॉक्टरों का पैनल कर रहा पोस्टमार्टम..

पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: अंकिता भंडारी हत्याकांड के मुख्य आरोपी पुलकित आर्य के रिसोर्ट में रात के अंधेरे में जेसीबी चलाने को लेकर लगातार सवाल उठ रहे हैं। लोगों का आरोप है कि अंकिता भंडारी का कमरा ध्वस्त कराते हुए सबूतों को नष्ट किया गया है। वहीं, कांग्रेस भी इस मामले को लेकर सरकार पर हमलावर हो गई है।
यमकेश्वर विधायक रेणु बिष्ट को आधी रात रिसोर्ट में जेसीबी चलाने पर एम्स ऋषिकेश में लोगों के गुस्से का शिकार होना पड़ा। पुलिस ने बमुश्किल उन्हें अस्पताल से बाहर निकाला। लोग रात में हुई कार्रवाई पर इसलिए भी सवाल उठा रहे हैं कि ध्वस्तीकरण आखिरकार दिन के उजाले में क्यों नहीं किया गया। जबकि लोग खुद रिसोर्ट ध्वस्त करने की मांग उठाते आ रहे हैं।

इस कार्रवाई को लेकर दूसरा सबसे बड़ा झोल सीएम और डीएम के दामों को लेकर पैदा हो गया हैं। चूंकि, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से कार्रवाई के बारे में जानकारी देते हुए यह बताया गया कि पुल्कित के रिसोर्ट पर रात में जेसीबी चलाई गई है। लेकिन सवाल उठने पर सुबह जिलाधिकारी ने इससे पल्ला झाड़ लिया है। पौड़ी जिलाधिकारी डॉक्टर विजय कुमार जोगदंडे ने एम्स ऋषिकेश में पत्रकारों से बातचीत करते हुए बताया कि गंगा भोगपुर स्थित वनन्तरा रिसॉर्ट में हुई तोड़फोड़ और आगजनी की जांच कराई जा रही है।
डीएम का कहना है कि इस संबंध में कोई आदेश ही जारी नहीं किया गया था। ऐसे में सवाल यह है कि रात में पुलकित आर्य के रिसोर्ट पर तोड़फोड़ करने वाली जेसीबी आखिर किसकी थी। सवाल यह भी उठ रहा है कि जेसीबी को तोड़-फोड़ के लिए बुलाया गया था या फिर साजिश के तहत सुबूत मिटाने के लिए लाया गया था।
वहीं इस मामले को लेकर चौतरफा घिरी भाजपा ने मुख्य आरोपी पुल्कित आर्य के पिता और भाई अंकित आर्य को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है। अंकित आर्य को ओबीसी आयोग के उपाध्यक्ष पद से भी हटा दिया गया है।
———————————————— भैरव सेना संगठन ने उठाए सवाल……
आज बड़े दुख के साथ कहना पड़ रहा है कि हमारी उत्तराखंड की बेटी जो भाजपा नेताओं की भेंट चढ़ गई पूरे उत्तराखंड में दुख की लहर है और हरिद्वार के भाजपा नेता व संघ से जुड़े परिवार द्वारा यह कार्य किया गया जिसके लिए ऋषिकेश में भी हमारे प्रदेश अध्यक्ष जी संदीप खत्री जी द्वारा तीन-चार दिन से इस विषय को लेकर संघर्ष कर रहे हैं और उससे भी बड़ी दुख की बात यह है कि इतनी बड़ी दुखद घटना होने के बाद भी हमारे हरिद्वार ऋषिकेश में कोई भी बड़ा हिंदू संगठन जो सरकार के साथ जुड़ा हुआ है जो छोटी-छोटी बात पर सोशल मीडिया पर शोर मचाता है आज वह एक बेटी के इस घटना में चुप क्यों है। जो सामाजिक संगठन संत समाज अंकिता भंडारी के विषय में टिप्पणी तक नहीं की हमारे विधायक और मंत्रियों ने भी चुप्पी साध रखी है ऐसा क्यों पूछता है भैरव सेना संगठन हरिद्वार इन लोगों के खाने के दांत और और दिखाने के और इससे तो ऐसा लगता है अगर मुजरिम संघ से जुड़ा व्यक्ति है तो क्या संगठन चुप रहेंगे संत समाज चुप रहेगा समाजिक संगठन चुप रहेंगे इससे बड़ा दुख हुआ इसका मतलब हिंदू संगठन समाजिक संगठन रसूखदारों के साथ खड़ी है एक गरीब गरीब की बेटी अंकिता भंडारी के साथ नहीं बेटियां किसी भी धर्म की हो सबकी बराबर हैं अगर यही घटना मुस्लिमों द्वारा की जाती यही संगठन जो आज चुप है संत समाज चुप है यह गले फाड़ फाड़ कर सड़कों पर प्रदर्शन करते अब तक उस परिवार का मकान ध्वस्त हो चुका होता और पूरा परिवार जेल में रह रहा होता संघ के प्रांत प्रचारक को भी इसमें बयान देना चाहिए उनकी क्या राय है जिस विधायक महिला ने रात को 3:00 बजे आकर उस कमरे को बुलडोजर द्वारा तुड़वाया जिसमें अंकिता भंडारी रहती थी उसका क्या कारण है दिन में यह विधायिका जी कहां थी कहीं ना कहीं सरकार बचाने की कोशिश कर रही है मुलजिम को जिन्होंने हमारी एक बेटी और एक बहन के साथ दुराचार किया बेटी पढ़ाओ बेटी बढ़ाओ का नारा कहां गया आप लोगों की कथनी और करनी में कितना अंतर हैहमारी सरकार से विनती हुई है और प्रार्थना भी है और चेतावनी भी है कि इस को फांसी की सजा होनी चाहिए इसका पूरा होटल जो गैरकानूनी है सरकारी जमीन बन बना है तत्काल गिराया जाए और जिन्होंने इन को अनुमति दी होटल बनाने की जिस अधिकारी ने उसको तत्काल निलंबित किया जाए।