पंच👊नामा-ब्यूरो
सुल्तान, हरिद्वार: भ्रष्टाचार के आरोप में फंसे निलंबित आईएफ़एस और हरिद्वार के पूर्व डीएफओ किशनचंद में विजिलेंस ने शिकंजा कस दिया है।
हल्द्वानी विजिलेंस कोर्ट से गैर जमानती वारंट जारी होने के बाद किशन चंद की गिरफ्तारी के लिए विजिलेंस की टीम ने दिल्ली और मेरठ में छापेमारी की। वहीं, एक दूसरी टीम हरिद्वार में डेरा डाले पड़ी है। किशन चंद की पत्नी व पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष ब्रज रानी समेत परिवार के सभी सदस्य फरार बताए जा रहे हैं। इसलिए विजिलेंस जल्द ही कुर्की की कार्रवाई करने की तैयारी में है।
गौरतलब है कि किशनचंद को भाजपा के पूर्व विधायक व रविदास आचार्य सुरेश राठौर ने बीते माह उत्तरी हरिद्वार में एक भव्य आयोजन कर अपने रविदास अखाड़े में महामंत्री बनाया था। रविदास अखाड़े का महामंत्री बनने के बाद किशनचंद ने मीडिया को जारी बयान में कहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और संघ प्रमुख मोहन भागवत की प्रेरणा से अखाड़ा बनाया गया है।
रविदास अखाड़े का महामंत्री बनने के बाद से यह चर्चा शुरू हो गई थी कि किशनचंद ने गिरफ्तारी से बचने के लिए नया रूप धारण किया है। लेकिन इतना सब कुछ करने के बाद भी किशनचंद की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। फिलहाल किशनचंद के घर और कलियर-सोहलपुर मार्ग पर स्थित बृज इंटरनेशनल स्कूल पर भी ताला लटका हुआ है।
सूत्र बताते हैं कि धामी सरकार किशन चंद को बख्शने के मूड में नहीं है। इसीलिए विजिलेंस का शिकंजा दिन प्रतिदिन कसता जा रहा है। विजिलेंस के एक अधिकारी ने बताया कि बहुत जल्द किशन चंद की कुर्की के लिए कोर्ट में आवेदन दिया जाएगा।
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मेरठ में छोटे भाई के घर पर दबिश…..
नैनिताल विजिलेंस टीम ने सोमवार को मेरठ में बागपत रोड स्थित आस्था अस्पताल, श्याम अपार्टमेंट और मलियाना के मोहल्ला कुआंखेड़ा में एक साथ दबिश दी। किशनचंद के सबसे छोटे भाई डा. हरविंद्र कुमार का आस्था अस्पताल यहीं पर स्थित है। विजिलेंस को सूचना मिली थी कि किशनचंद अपने भाई के घर या अस्पताल में छिपा हो सकता है। इसीलिए विजिलेंस ने टीपीनगर पुलिस के साथ मिलकर दबिश डाली थी।
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इस मामले में चल रही तलाश….
रिटायरमेंट से पहले आय से अधिक संपत्ति के मामले में निलंबित हुए आइएफएस किशन चंद पर कालागढ़ रेंज में तैनाती के दौरान मोरघट्टी व पाखरो में अवैध तरीके से निर्माण कार्य कराने के साथ हरे पेड़ों के कटान का आरोप था।
साथ ही सरकारी धन के दुरुपयोग और फर्जी बिल बनाकर ठेकेदारों को भुगतान करने का आरोप भी था । विभागीय जांच में सभी आरोप सही पाए गए। इसके बाद कार्बेट टाइगर रिजर्व के कालागढ़ वन प्रभाग के तत्कालीन उप वन संरक्षक (डिप्टी कंजरवेटर) किशन चंद्र को निलंबित कर दिया गया। इन पर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम में मुकदमा दर्ज कर विवेचना विजिलेंस की नैनीताल यूनिट को दी गई। विजिलेंस के एसपी अनिल सिंह ने बताया कि विशेष न्यायालय भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम कुमायूँ की कोर्ट ने किशनचंद के गिरफ्तारी वारंट जारी कर दिए हैं।